भाकृअनुप – राष्ट्रीय अनार अनुसंधान केन्द्र (NRCP), शोलापुर, महाराष्ट्र में ‘फल चटकन और मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन’विषय पर दिनांक 3 अक्तूबर, 2015 को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्घाटन डॉ. एन.के. कृष्ण कुमार, उपमहानिदेशक (बागवानी विज्ञान), भाकृअनुप ने किया। डॉ. कुमार ने भाकृअनुप – राष्ट्रीय अनार अनुसंधान केन्द्र, शोलापुर, महाराष्ट्र में अभी हाल ही में स्थापित अनार प्रसंस्करण इकाई का भी औपचारिक उद्घाटन किया।
डॉ. आर.के. पाल, निदेशक, भाकृअनुप – राष्ट्रीय अनार अनुसंधान केन्द्र, शोलापुर, महाराष्ट्र ने अनेक उच्च मूल्य वाले उत्पादों के उत्पादन हेतु अनार की कुल उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया। इन मूल्य वर्धित उत्पादों में शामिल हैं : जूस; आरटीएस पेय; अनार की शराब; अनार बीज तेल; अनार आधारित माउथ वॉश के लिए अनार के छिलकों का उपयोग; तथा बायो कलर का निष्कर्षण।
इस कार्यशाला में राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार तथा दिल्ली राज्य से लगभग 100 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। फल चटकन और मृदा स्वास्थ्य के प्रबंधन के क्षेत्र में प्रख्यात विशेषज्ञ वक्ताओं ने अपनी प्रस्तुतीकरण दी और उसके उपरांत विभिन्न हितधारकों के साथ आपसी विचार-विमर्श का सत्र आयोजित किया गया।
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