भाकृअनुप के अटारी, कोलकाता द्वारा पशुओं की गांठदार त्वचा (लम्पी स्किन) तथा अन्य उभरते वायरल रोगों पर संगोष्ठी का आयोजन
भाकृअनुप के अटारी, कोलकाता द्वारा पशुओं की गांठदार त्वचा (लम्पी स्किन) तथा अन्य उभरते वायरल रोगों पर संगोष्ठी का आयोजन

22 सितंबर, 2023, कोलकाता

भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), कोलकाता ने कृषि विज्ञान केन्द्र प्रणाली में उत्प्रेरित परिवर्तन लाने के लिए शुरू की गई संगोष्ठी श्रृंखला के तहत पशुओं की गांठदार त्वचा (लम्पी स्किन) रोग एवं अन्य उभरते वायरल रोगों पर एक संगोष्ठी का आयोजन आज हाइब्रिड मोड में किया।

भाकृअनुप के अटारी, कोलकाता द्वारा पशुओं की गांठदार त्वचा (लम्पी स्किन) तथा अन्य उभरते वायरल रोगों पर संगोष्ठी का आयोजन  भाकृअनुप के अटारी, कोलकाता द्वारा पशुओं की गांठदार त्वचा (लम्पी स्किन) तथा अन्य उभरते वायरल रोगों पर संगोष्ठी का आयोजन

संस्थान के निदेशक तथा संगोष्ठी श्रृंखला के संयोजक डॉ. प्रदीप डे ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि यह आयोजन एक टिकाऊ, अनुकूल, न्यायसंगत तथा पौष्टिक खाद्य प्रणाली प्राप्त करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने क्षेत्र में मवेशियों की वायरल रोगों के समस्याओं पर प्रकाश डाला और इन बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए 'वन हेल्थ' अवधारणा पर जोर दिया। डॉ. डे ने बताया कि बेहतर पोषण, पारिस्थितिक तंत्र का संतुलन और जैव सुरक्षा जैसे विषय काफी महत्वपूर्ण है।

डॉ. एस.के. बिस्वास, वरिष्ठ वैज्ञानिक, भारतीय पशु-चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली ने बीमारी के वैश्विक परिदृश्य को चित्रित करने के बाद लम्पी स्किन रोग के एटियलजि, महामारी विज्ञान, सीरो-निगरानी, इसके निदान एवं नियंत्रण पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने बीमारी को अधिक कुशल तरीके से पहचानने के लिए ज्ञान के साथ-साथ जागरूकता पर भी जोर दिया।

भारतीय पशु-चिकित्सा अनुसंधान संस्थान-पूर्वी क्षेत्रीय केन्द्र के प्रमुख, डॉ. अर्नब सेन ने इस संदर्भ में उभरती वायरल और जूनोटिक बीमारियों के वर्तमान परिदृश्य को प्रस्तुत किया।

इस बैठक में 'वन हेल्थ' के उद्देश्य तथा क्षेत्र में मवेशियों पालन के लिए भविष्य की दिशा विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। अटारी कोलकाता के वैज्ञानिकों के अलावा पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड और उत्तर पूर्वी क्षेत्र के कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुखों तथा वैज्ञानिकों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की।

(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)

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