25 अक्टूबर, 2023, अल्मोड़ा
भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (विपकृअनुसं), अल्मोड़ा और शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, श्रीनगर, कश्मीर के बीच आज शोध कार्य हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।
इस समझौता ज्ञापन पर संस्थान के निदेशक, डॉ. लक्ष्मी कान्त एवं शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कश्मीर के निदेशक, शोध, प्रो. एच.आर. नाईक द्वारा हस्ताक्षर किया गया। इस अवसर पर शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, श्रीनगर, कश्मीर के कुलपति, प्रो. (डॉ.) नजीर अहमद गनी; भाकृअनुप-विपकृअनुसं, अल्मोड़ा के प्रभागाध्यक्ष, फसल सुधार, डॉ. निर्मल कुमार हेडाऊ; निदेशक, प्रसार तथा अन्य अधिकारियों भी यहां उपस्थिति थे।
समझौता के अन्तर्गत शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कश्मीर के स्नाकोत्तर/ शोधार्थी पर्वतीय कृषि के विभिन्न विषयों पर भाकृअनुप-विपकृअनुसं, अल्मोड़ा में शोध कार्य कर सकेंगे तथा राष्ट्रीय कार्यक्रमों में दोनो एक दूसरे को वैज्ञानिक व तकनीकी सहयोग प्रदान करेंगे। कश्मीर हेतु संस्तुत वीएल प्रजातियों का बीजोत्पादन भी कश्मीर में करना इस समझौते के अन्तर्गत है। साथ ही दोनों संस्थान किसान मेले व प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन भी कश्मीर में संयुक्त रूप से करेंगे तथा वैज्ञानिक ज्ञान सूचना जैसे शोध प्रकाशनों में भी एक–दूसरे को सहयोग देंगे। यह समझौता 5 वर्षो के लिए निर्धारित है।
भाकृअनुप-विपकृअनुस, अल्मोड़ा द्वारा विकसित गेहूँ, जौ, मक्का, धान, दलहन, तिलहन, श्री अन्न व पोषण फसलों तथा सब्जी फसलों की प्रजातियों के ब्रीडर/ न्यूक्लियस बीजों के उत्पाद को कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग द्वारा निर्धारित दरों पर यहां के कृषि विभाग तथा कृषकों को उपलब्ध कराने की बात इसमें शामिल है।
(स्रोतः भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)
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