"जलवायु परिवर्तन चिंताएं: कृषि क्षेत्र और खाद्य एवं पोषण सुरक्षा के लिए चुनौतियां" पर राष्ट्रीय संगोष्ठी-सह-वेबिनार आयोजित
14 – 15 मई, 2022, हैदराबाद
भाकृनुप-भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद ने कर्नाटक कृषि-पेशेवर संघ (केएपीए) के सहयोग से 14 से 15 मई, 2022 तक "जलवायु परिवर्तन चिंताएं: कृषि क्षेत्र और खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए चुनौतियां" पर राष्ट्रीय संगोष्ठी-सह-वेबिनार का आयोजन किया।
डॉ. जैकलीन ह्यूजेस, महानिदेशक, आईसीआरआईएसएटी, पाटनचेरू, तेलंगाना ने मुख्य संबोधन दिया और डॉ. सी.एल. लक्ष्मीपति गौड़ा, पूर्व उप महानिदेशक, आईसीआरआईएसएटी ने उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की।
डॉ. रमेश कलघाटगी, अध्यक्ष, कापा (KAPA) ने कापा के कामकाज की रूपरेखा तैयार की।
डॉ. हिमांशु पाठक, निदेशक, भाकृअनुप-राष्ट्रीय अजैविक तनाव प्रबंधन संस्थान, बारामती, महाराष्ट्र ने "कृषि में जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों और नवाचारों" पर समापन भाषण दिया।
इससे पहले, डॉ. विलास ए. टोनपी, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएमआर, हैदराबाद ने स्वागत संबोधन में राष्ट्रीय संगोष्ठी-सह-वेबिनार के मुख्य उद्देश्य को रेखांकित किया।
इस संगोष्ठी में पूरे देश से भाकृनुप संस्थानों, आईसीआरआईएसएटी, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों और निजी क्षेत्र की कंपनियों के 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)