"तेलंगाना राज्य का एनजीआर: भारत के शून्य गैर-वर्णनात्मक एनजीआर की ओर एक मिशन" पर इंटरफेस मीट का आयोजन
10 जनवरी, 2022, करनाल
भाकृअनुप-राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, करनाल, हरियाणा ने आज "तेलंगाना राज्य का एनजीआर: भारत के शून्य गैर-विवरणीय एनजीआर की ओर एक मिशन" पर इंटरफेस मीट का आयोजन किया।
डॉ. बी.पी. मिश्रा, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएजीआर, करनाल ने मिशन के तहत गैर-वर्णित आबादी के दस्तावेजीकरण के लिए ब्यूरो की गतिविधियों और रणनीतियों को रेखांकित किया।
डॉ. आर.एन. चटर्जी, निदेशक, भाकृअनुप-कुक्कुट अनुसंधान निदेशालय, हैदराबाद ने ग्रामीण आबादी की पोषण सुरक्षा में देशी और बेकयार्ड कुक्कुट संसाधनों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
डॉ. वेणुगोपाल, सहायक निदेशक, पशुपालन, तेलंगाना सरकार ने अपने संबोधन में राज्य के एनजीआर के लिए विकास कार्यक्रमों और नीतियों की रूपरेखा तैयार की।
डॉ. बी. एकंबरम, निदेशक (अनुसंधान), पी.वी. नरसिम्हा राव तेलंगाना पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय, तेलंगाना ने तेलंगाना में संभावित नस्लों के बारे में अवगत कराया।
तेलंगाना पशुपालन विभाग, तेलंगाना राज्य जैव विविधता बोर्ड, भाकृअनुप संस्थानों, पी.वी. नरसिम्हा राव तेलंगाना पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय और गैर सरकारी संगठनों, आदि ने वर्चुअल मीटिंग में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, करनाल, हरियाणा)