श्री प्रताप चंद्र सारंगी ने ओडिशा में केज कल्चर प्रदर्शन पर भाकृअनुप-सीएमएफआरआई की परियोजना का किया शुभारंभ
10 जनवरी, 2021, बहाबलपुर, ओडिशा
श्री प्रताप चंद्र सारंगी, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी और लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री, भारत सरकार ने आज बहाबलपुर, ओडिशा में भाकृअनुप-केंद्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, कोच्चि, केरल द्वारा ‘भारतीय पोम्पानो (ट्रैचिनोटस मूकली) के पिंजरा संस्कृति प्रदर्शन’ पर एक परियोजना का शुभारंभ किया। मंत्री ने बहावलपुर फिशिंग हार्बर में शिलान्यास किया। इस परियोजना को राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड, हैदराबाद द्वारा वित्त पोषित किया गया था।
इस परियोजना की परिकल्पना के लिए भाकृअनुप-सीएमएफआरआई के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि चांदीपुर-बहाबलपुर में विकसित मरीन केज फार्म एक मॉडल प्रदर्शन फार्म बनेगा और किसानों को पिंजरा मछली पालन के लाभों को समझने में मदद करेगा।
श्री सारंगी ने पीएमएमएसवाई के तहत भारत सरकार द्वारा विकसित पिंजरा खेती और अन्य विकासात्मक योजनाओं के लाभों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने भाकृअनुप-सीएमएफआरआई द्वारा स्थापित प्रदर्शनी स्टॉल का भी दौरा किया और देश के समुद्री वाणिज्यिक मत्स्य पालन एवं समुद्री ऋषि में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए संस्थान के प्रयासों की सराहना की।
डॉ. जे. बालाजी, संयुक्त सचिव (समुद्री मत्स्य पालन), मत्स्य पालन मंत्रालय, पशुपालन एवं डेयरी, भारत सरकार; श्री सागर मेहरा, संयुक्त सचिव (अंतर्देशीय मत्स्य पालन), मत्स्य पालन मंत्रालय, पशुपालन एवं डेयरी, भारत सरकार और डॉ. सी. सुवर्णा, मुख्य कार्यकारी, राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड, हैदराबाद के साथ-साथ भारत सरकार व ओडिशा सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और भाकृअनुप-संस्थानों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, कोच्चि, केरल)