श्री प्रताप चंद्र सारंगी ने किया भाकृअनुप-सिफ़ा, भुवनेश्वर का दौरा
9 जनवरी, 2021, भुवनेश्वर
श्री प्रताप चंद्र सारंगी, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी और लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री, भारत सरकार ने आज भाकृअनुप-केंद्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसंधान संस्थान, भुवनेश्वर, ओडिशा का दौरा किया।
इस दौरान मंत्री ने संस्थान द्वारा किए जा रहे मीठे पानी के जलीय कृषि अनुसंधान गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बेहतर उत्पादन के लिए टिकाऊ व सतत प्रौद्योगिकी विकसित करने और परिणामोन्मुखी अनुसंधान को अंजाम देने पर जोर दिया। श्री सारंगी ने संस्थान से जलीय कृषि प्रौद्योगिकियों के तेजी से प्रसार के लिए राज्य और केंद्रशासित प्रदेश विभागों के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किया।
संस्थान की कृषि सुविधाओं की समीक्षा के दौरान मंत्री ने जैव-फ्लोक, तिलपिया फार्मिंग, आनुवंशिक रूप से बेहतर रोहू 'जयंती' स्कम्पी, कार्प्स, माइनर कार्प्स, एक्वापोनिक्स, मुर्रेल, सजावटी मछली, चारा मिल, केवीके आदि पर काम कर रहे अनुसंधानकर्ताओं के साथ बातचीत की। मंत्री महोदय ने मुर्रेल के लिए पुनर्रचनात्मक जलकृषि प्रणाली का उद्घाटन किया। श्री सारंगी ने इस अवसर पर ‘लोकप्रिय जलकृषि प्रौद्योगिकियों पर 16 ओडिया पत्रकों’ का एक सेट भी जारी किया।
श्री सागर मेहरा, संयुक्त सचिव (अंतर्देशीय मत्स्य पालन), मत्स्य पालन मंत्रालय, पशुपालन एवं डेयरी, भारत सरकार; डॉ. जे. बालाजी, आइ.ए.एस., संयुक्त सचिव (समुद्री मत्स्य पालन), मत्स्य पालन मंत्रालय, पशुपालन एवं डेयरी, भारत सरकार और डॉ. सी. सुवर्णा, आइ.एफ.एस., मुख्य कार्यकारी, राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड, हैदराबाद के साथ-साथ भारत सरकार व राज्य सरकार विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और भाकृअनुप-संस्थानों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
डॉ. एस. स्वैन, निदेशक, भाकृअनुप-सिफ़ा, भुवनेश्वर ने इससे पहले अपने स्वागत संबोधन में संस्थान की अनुसंधान उपलब्धियों और प्रमुख योजनाओं की प्रगति, एसटीसी, एससीएसपी, एनईएच, मेरा गाँव मेरा गौरव, स्वच्छ भारत अभियान आदि के बारे में जानकारी दी।
(स्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसंधान संस्थान, भुवनेश्वर, ओडिशा)