भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा राज्य के ट्राइबल गांव मुरिंग उदयपुर लाहौल-स्पीति में किसान-वैज्ञानिक संवाद का किया गया आयोजन

भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा राज्य के ट्राइबल गांव मुरिंग उदयपुर लाहौल-स्पीति में किसान-वैज्ञानिक संवाद का किया गया आयोजन

25 अक्टूबर, 2023, अविकानगर

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली के संस्थान केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर तहसील मालपुरा जिला- टोंक (राजस्थान) के रीजनल स्टेशन उत्तरी शीतोष्ण क्षेत्रीय केन्द्र गडसा जिला-कुल्लू हिमाचल प्रदेश द्वारा राज्य के ट्राइबल गांव मुरिंग तहसील उदयपुर जिला -लाहौल-स्पीति मे केन्द्र की अनुसूचित जनजाति उपयोजना के माध्यम से किसान-वैज्ञानिक संवाद का आयोजन किया गया।

भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा राज्य के ट्राइबल गांव मुरिंग उदयपुर लाहौल-स्पीति में किसान-वैज्ञानिक संवाद का किया गया आयोजन  भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा राज्य के ट्राइबल गांव मुरिंग उदयपुर लाहौल-स्पीति में किसान-वैज्ञानिक संवाद का किया गया आयोजन

इस संवाद कार्यक्रम मे संस्थान के निदेशक, डॉ. अरुण कुमार तोमर के साथ मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, इंद्रभूषण कुमार, मुख्य वित्त अधिकारी, राजकुमार, उत्तरी शीतोष्ण क्षेत्रीय केन्द्र गडसा के प्रभारी, डॉ. आर. पुरुषोत्तम, टीएसपी नोडल अधिकारी, डॉ. अब्दुल रहीम चौधरी, मुरिंग महिला मंडल की प्रधान एवं चयनित जनप्रतिनिधि गण ने भाग लिया।

डॉ. तोमर ने सभी को समेकित खेती, बागवानी को ऑर्गेनिक तरीके से करने तथा पशुपालन के फायदे के बारे में विस्तार से संवाद किया। कार्यक्रम में महिलाओं की अधिक हिस्सेदारी देखकर बताया कि आप लोगों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करते हुए ऑर्गेनिक खेती पर अधिक फोकस करना है। आप सभी खेती और पशुपालन के वैल्यू एडेड उत्पाद का निर्माण करके अपनी आमदनी बढ़ा सकते है। इसके लिए आप संस्थान से जरुरी प्रशिक्षण टीएसपी परियोजना के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।

(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर)

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