भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई अविकानगर के 63वें स्थापना दिवस के अवसर पर किसान-वैज्ञानिक संगोष्ठी एवं उन्नत तकनिकीयों की प्रदर्शनी आयोजित

भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई अविकानगर के 63वें स्थापना दिवस के अवसर पर किसान-वैज्ञानिक संगोष्ठी एवं उन्नत तकनिकीयों की प्रदर्शनी आयोजित

4 जनवरी, 2024, अविकानगर

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थान केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान (सीएसडब्ल्यूआरआई), अविकानगर के 63वें स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गयाl

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इस आयोजन के मुख्य अतिथि, डॉ इंद्रजीत सिंह कुलपति, गुरु अंगद देव वेटरनरी एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, लुधियाना तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. ए.के. मोहंती, निदेशक, केन्द्रीय गोवंश अनुसंधान संस्थान मेरठ,  डॉ. एम. के. चेटली, निदेशक, केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम, मथुरा, डॉ. ए. साहू, निदेशक, राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान संस्थान, बीकानेर एवं स्थापना दिवस कार्यक्रम के समन्वयक पशु स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष, डॉ. गणेश जी. सोनवणे रहे।

डॉ. सिंह ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसान खेती एवं पशुपालन में उन्नत तकनीकियों को अपनाने में देश में अग्रणी है, किसानों की इसी समेकित सोच के कारण पंजाब और हरियाणा का किसान आजीविका बढ़ाने में अग्रणी हैl उन्होंने बताया कि खेती एवं पशुपालन के लिए उन्नत तकनीकियों की जानकारी संस्थानों से जुड़कर ही प्राप्त हो सकती है। इसलिए किसान खेती, पशुपालन, बागवानी, वेजटेबल्स, डेरी, फिशेरी आदि के व्यवसाय से सम्बंधित जानकारी लेकर अपना रोजगार शुरू कर सकते हैl डॉ. सिंह ने सभी किसानों से समेकित खेती अपनाकर वर्ष भर कमाई के लिए जरूरी बताया।

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डॉ अरुण कुमार तोमर, निदेशक(सीएसडब्ल्यूआरआई) ने कार्यक्रम में संस्थान द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के किसानों के लिए की जा रही गतिविधियों के बारे में विस्तार से अतिथियों तथा किसानों को बताया।  उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कम संसाधनों में पालने वाले पशु में भेड़ एवं बकरी को शामिल किया। डॉ. तोमर ने कहा कि किसान को एक निश्चित आजीविका प्रदान करने में सहायता के लिए संस्थान प्रतिबद्ध है। इसी को पूरा करने के लिए संस्थान अपनी टीम के साथ  राजस्थान,  हिमाचल,  तमिलनाडु एवं देश के अन्य राज्यों में सेवा दे रहा हैl

कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथियों द्वारा भी अपने संस्थान की गतिविधियों के बारे में उपस्थित किसानों से साझा किया। अतिथियों द्वारा संस्थान के पशु स्वास्थ्य कैलेंडर एवं ‘अविपुंज’ हिंदी पत्रिका के प्रकाशनों का विमोचन किया गया।

 अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के 60 किसान लाहौल-स्पीति एवं कुल्लू, जिला- हिमाचल प्रदेश से,  100 अनुसूचित जनजाति के किसान उदयपुर व डूंगरपुर जिले से, 50 अनुसूचित जनजाति के किसान दौसा जिले से एवं 50 अनुसूचित जाति के किसान बीकानेर से स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाग लिया।

(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर)

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