8 फरवरी, 2024, अल्मोड़ा
भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वीपीकेएएस), अल्मोड़ा में अनुसूचित जाति उपयोजना के अन्तर्गत पर्वतीय क्षेत्रों में आय सृजन हेतु सोयाबीन तथा भट्ट की उन्नत उत्पादन, प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन तकनीकी पर तीन दिवसीय (6- 8 फरवरी) प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन, डॉ. लक्ष्मीकांत, निदेशक (वीपीकेएएस) के द्वारा किया गया। निदेशक ने अपने उद्घाटन व्याख्यान में प्रशिक्षु किसानों को पर्वतीय कृषि में सोयाबीन तथा भट्ट की खेती के विभिन्न आयामों से परिचित कराया तथा उन्हें संस्थान द्वारा विकसित फसलों की प्रजातियों व अन्य तकनीकियों के विषय में भी विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में संस्थान के प्रभागों के प्रमुख, डॉ. निर्मल हेड़ाऊ, डॉ. के.के. मिश्रा, डॉ. बी.एम. पांडेय और डॉ. कुशाग्रा जोशी भी उपस्थित रहे।
संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा सोयाबीन तथा भट्ट के उत्पादन, पौध संरक्षण एवं अंतिम उत्पाद के मूल्य-संवर्धन से संबंधित विषयों पर सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान को समृद्ध करने हेतु सात व्याख्यान दिए गए। विशेषज्ञों ने सोयाबीन तथा भट्ट के प्रमुख बीमारियों और कीटों के प्रबंधन, पोषक तत्त्व और खरपतवार प्रबंधन, पर्वतीय कृषि के लिए जैव उर्वरक, संस्थान द्वारा विकसित सोयाबीन तथा भट्ट के मूल्य वर्धित उत्पादों तथा उनके विपणन रणनीतियों से सम्बंधित आदि विषय को भी शामिल किया।
बागेश्वर ब्लॉक के उड़ेरखानी, लखनी और नैनीताल के लोध ग्राम के 35 किसानों (महिला व पुरुष) ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिरकत की।
(स्रोतः भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वीपीकेएएस), अल्मोड़ा)
Like on Facebook
Subscribe on Youtube
Follow on X X
Like on instagram