31 जनवरी, 2024, अल्मोड़ा
भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (विपकृअनुसं), अल्मोड़ा में एग्रीनोवेट, इंडिया लिमिटेड तथा निजी संगठनों के माध्यम से विकसित प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने तथा अंतिम उपयोगकर्ताओं यानि कृषकों तक पहुंचाने के उद्देश्य से दो दिवसीय (30-31 जनवरी, 2024) कृषि उद्योग हितधारकों की क्षेत्रीय परामर्श बैठक का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि, प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट, कुलपति, एसएसजे विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा थे। अपने उदबोधन में, डॉ. सिंह ने विभिन्न प्रौद्योगिकियों के विकास में विपकृअनुसं, अल्मोड़ा द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की, जिनका निजी संस्थाओं और एग्रीनोवेट इंडिया लिमिटेड के माध्यम से व्यवसायीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों को छात्रों, किसानों, हितधारकों के साथ वार्ता के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्रों के स्थानीय मुद्दों का समाधान करने का आग्रह किया।
विशिष्ट अतिथि, डॉ. प्रवीण मलिक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एग्रीनोवेट इंडिया लिमिटेड ने इस क्षेत्रीय बैठक के आयोजन के प्रयासों के लिए भाकृअनुप-विपकृअनुसं, अल्मोड़ा टीम को बधाई दी। उन्होंने भागीदारों और संस्थानों से अपनी प्रौद्योगिकियों को एक साथ लाने और उन्हें कृषकों के खेतों में स्थानांतरित करने का आग्रह किया।
डॉ. लक्ष्मी कांत, निदेशक, विपकृअनुसं ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, भाकृअनुप संस्थानों के सभी प्रतिनिधियों, उत्तर-पूर्वी हिमालयी क्षेत्र के 18 विषय वस्तु विशेषज्ञ, हितधारकों, कृषकों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों और उपस्थित लोगों को संस्थान की अनुसंधान गतिविधियों एवं विकसित प्रौद्योगिकियों के बारे में विचार साझा किया।
डॉ. नरेन्द्र सिंह, उप-निदेशक, उद्यान विभाग, उत्तराखंड ने उत्तराखंड की प्रौद्योगिकियों और राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने सूक्ष्म उद्यमिता के लिए सरकार की विभिन्न परियोजनाओं तथा योजनाओं के बारे में चर्चा की।
डॉ. एन.के. हेडाऊ, प्रभागाध्यक्ष, फसल सुधार एवं अध्यक्ष, आईटीएमयू ने सभी आगंतुकों को बैठक के उद्देश्य और बैठक के दौरान चर्चा किए जाने वाले बिंदुओं के बारे में जानकारी दी।
भाकृअनुप-विपकृअनुसं; भाकृअनुप-केन्द्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान, श्रीनगर; भाकृअनुप-राष्ट्रीय ऑर्किड अनुसन्धान संस्थान, सिक्किम; रक्षा जैव ऊर्जा अनुसंधान संस्थान, हल्द्वानी ने अपने-अपने संस्थानों द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों को यहां प्रदर्शित किया।
बैठक के दौरान, पाराशर एग्रोटेक, वाराणसी के साथ तीन तकनीकों, वीएल सोलर ड्रायर, वीएल स्मॉल टूल किट और वीएल मिलेट थ्रेशर कम पार्लर का व्यवसायीकरण किया गया।
बैठक में विभिन्न भाकृअनुप संस्थानों, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, संबंधित विभागों, केवीके एवं उद्यमियों सहित 90 से अधिक प्रतिभागियों ने शिरकत की।
(स्रोतः भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)
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