29th दिसंबर, 2015, कानपुर
भाकृअनुप-भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर में आज ‘जय किसान जय विज्ञान‘ कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में किसान-वैज्ञानिक संवाद भी आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में किसानों ने दलहन की खेती से संबंधित समस्याओं तथा उन्नत खेती के बारे में प्रश्न पूछे और वैज्ञानिकों ने उनके समाधान बताये।
इस अवसर पर चन्द्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर और बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बाँदा के कुलपति डा. सुरेन्द्र लाल गोस्वामी मुख्य अतिथि थे। अपने उद्बोधन में डा. गोस्वामी ने वैज्ञानिक शोधों तथा उन्नत उत्पादन तकनीकों का भरपूर लाभ किसानों तक पहुँचाने का आह्वान किया। उन्होंने सलाह दी कि किसानों की सहभागिता के साथ ऐसे कार्यक्रम चलाये जायें जिनके शोध परिणाम किसानों के खेत में भी दिखाई दें।
संस्थान के निदेशक डा. नरेन्द्र प्रताप सिंह ने अतिथियों एवं सभागार में उपस्थित सभी जनों का स्वागत करते हुए बदलती जलवायु परिदृश्य, पर्यावरण प्रदूषण तथा खेती पर इसके दुष्प्रभाव पर चिन्ता व्यक्त की तथा उर्वरकों के सन्तुलित उपयोग की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों एवं राष्ट्रीय कार्यक्रमों के अन्तर्गत दलहनों पर चल रही विभिन्न परियोजनायें अत्यन्त लाभप्रद रही हैं और उनसे उन्नत प्रजातियों, तकनीकी तथा मानव संसाधन विकास में सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि इन सभी उपलब्धियों का लाभ किसानों को मिल रहा है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो रही है और ‘जय किसान जय विज्ञान‘ का मिशन पूरा हो रहा है।
डा. सुशील कुमार सिंह, प्रधान वैज्ञानिक (कृषि प्रसार) ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
(स्रोतः भाकृअनुप-आईआईपीआर, कानपुर)
Like on Facebook
Subscribe on Youtube
Follow on X X
Like on instagram