भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान द्वारा “विकसित क़ृषि संकल्प अभियान” के अंतर्गत किये गए विभिन्न कार्यक्रम

भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान द्वारा “विकसित क़ृषि संकल्प अभियान” के अंतर्गत किये गए विभिन्न कार्यक्रम

4 जून, 2025, अविकानगर

विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर टोंक के मरू क्षेत्रीय केन्द्र बिछेवाल बीकानेर द्वारा बीकानेर ब्लॉक के हिमतसर गांव में आज चौपाल का आयोजन किया गया। इस चौपाल में बारिश पूर्व खेती एवं पशुपालन मे नविनतम तकिनिकियो के साथ किसानो के सवाल जवाब पर विस्तार से चर्चा की गई। अविकानगर टोंक के संस्थान से पधारे निदेशक एवं राजस्थान राज्य के स्टेट-कोऑर्डिनेटर विकसित क़ृषि संकल्प अभियान, डॉ अरुण कुमार तोमर मुख्य अतिथि एवं राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान संस्थान बीकानेर के निदेशक, डॉ अनिल कुमार पुनिया जी विशिष्ट अतिथि के रूप में रात्रि चौपाल मे उपस्थित रहे।

   

इस दौरान डॉ तोमर ने किसानों को कृषि एवं पशुपालन में लागत कम कर उत्पादन बढ़ाने के बारे मे विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान परिवेश मे शहर के लोगो की दैनिक आवश्यकता के भोजन बढ़ती हुई मांग के कारण आज खेती ओर पशुपालन को इंडस्ट्री की तरह लेने की जरुरत है, जिससे लोगो को रोजगार के साथ अच्छे उत्पाद उपभोक्ता को मिले। आज किसान खेती ओर पशुपालन मे खाद, बीज तथा दवाई पर ज्यादा निर्भर होता जा रहा है जिसके कारण तरह-तरह की नई समस्या सामने आ रही है। इसलिए खेती ओर पशुपालन मे किसी भी समस्या के प्रभाव को कम करने के लिए सभी तरह की समावेश नीति काम मे लेने की जरुरत है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सपने का "स्वस्थ भारत एवं विकसित क़ृषि" को नवीनतम वैज्ञानिक तरीके को अपनाते हुए पैदा होने वाली समस्या का देशी समाधान सारे किसान मिलकर करें। आज राष्ट्रीय पशुधन मिशन मे राजस्थान का किसान निर्धारित लक्ष्य से बहुत पीछे चल रहे है आप लोगो को सहकारिता के माध्यम से इसका लाभ लेते हुई पशुपालन मे उधमीता विकास करना है।

   

डॉ. अनिल कुमार ने किसानों को ऊंट पालन से संबंधित वैज्ञानिक जानकारी दी। बीकानेर क़ृषि विश्वविधालय के वैज्ञानिक, डॉ. शंकर लाल खिचड़ ने पशुपालकों को केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही राष्ट्रीय पशुधन योजना अन्तर्गत प्रदान की जाने वाली 50 लाख तक कि सब्सिडियों से विस्तार से अवगत करवाया। डॉ. रमेश तांबिया, नाबार्ड बीकानेर द्वारा भी नाबार्ड द्वारा किसान के लिए संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। डॉ. अशोक कुमार वरिष्ठ वैज्ञानिक ने किसानों का फीडबैक लेकर रात्रि चौपाल में उपस्थित सभी किसानों को खनिज लवण वाटिका की महत्वता बताते हुई वितरण किया l

राजस्थान राज्य के स्टेट- कोऑर्डिनेटर विकसित क़ृषि संकल्प अभियान डॉ. तोमर ने बताया कि मेरे संस्थान की टीम टोंक, डूंगरपुर, दौसा एवं बीकानेर मे 8 से ज्यादा टीम किसानो को खेती ओर पशुपालन की वर्तमान समय एवं भविष्य के हिसाब से समस्याओ एवं चुनौती से अवगत कराते हुई इस अभियान की सफलता के लिए हर दिन गाँव जाकर जागरूकता पैदा कर रही है l

इस कार्यक्रम में  250 प्रगतिशील किसानों (185 पुरुष एवं 65 महिला) ने भाग लिया।

(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान, अविकानगर)

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