2 जुलाई, 2022, हैदराबाद
भाकृअनुप-नेशनल एकेडमी ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च मैनेजमेंट, हैदराबाद के ए-आइडिया, टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर (टीबीआई) ने आज अरुणाचल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडीज (एयूएस), नामसाई के छात्रों को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करने के लिए, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में "उद्यमिता शिक्षा शास्त्र" पर संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया।


मुख्य अतिथि, डॉ. बी. मोहन कुमार, कुलपति, अरुणाचल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडीज, नामसाई, अरुणाचल प्रदेश ने आग्रह किया कि पाठ्यक्रम से करियर में बदलाव होना चाहिए और छात्रों को नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी प्रदाता बनना चाहिए।
डॉ. चौ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद ने कृषि-उद्यमिता में क्षेत्र-विशिष्ट जैविक वस्तुओं की ब्रांडिंग के महत्व को रेखांकित किया। डॉ. राव ने देश में किसान उत्पादक कंपनियां और किसान उत्पादक संगठन बनाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
डॉ. एन.ए.विजय अविनाशीलिंगम, अतिरिक्त सीईओ, ए-आइडिया, भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद ने देश में एक स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
श्री सुशांत मसाना, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एंड मैन्युफैक्चरिंग लीड, फार्म साथी और रोबोटिक्स टेक कंपनी के उद्यमी ने भी अपने विचार को एक सफल स्टार्ट-अप में बदलने के अपने अनुभव साझा किए।
भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में "भारत का अमृत महोत्सव" के एक भाग के रूप में आयोजित कार्यक्रम में भाकृअनुप-नार्म और ऑस्ट्रेलिया, नामसाई के लगभग 77 छात्रों और संकाय सदस्यों ने भाग लिया।
(स्रोत: ए-आइडिया, भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद)
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