9 जुलाई, 2022, हैदराबाद
4 से 9 जुलाई, 2022 तक अरुणाचल प्रदेश से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तक फैले देश भर के भाकृअनुप मुख्यालय के उप महानिदेशक / सहायक महानिदेशक और भाकृअनुप संस्थानों के निदेशक / संयुक्त निदेशकों को शामिल करते हुए 18 अनुसंधान प्रबंधकों के लिए "नेतृत्व विकास" पर कार्यकारी विकास कार्यक्रम का आज समापन हो गया।


समापन समारोह के मुख्य अतिथि, श्री हेमंग जानी, सचिव, क्षमता विकास आयोग, नई दिल्ली, भारत सरकार ने मांग संचालित क्षमता निर्माण कार्यक्रमों की आवश्यकता पर जोर दिया और प्रशिक्षण को कभी भी और कहीं भी, लचीलेपन के साथ लोकतांत्रिक बनाने पर जोर दिया। उन्होंने देश के सिविल सेवकों की दक्षताओं को बढ़ाने के लिए “मिशन कर्मयोगी” पर जोर दिया।
इससे पहले, उद्घाटन संबोधन में, प्रो. अप्पा राव पोडिले, पूर्व कुलपति, हैदराबाद विश्वविद्यालय ने संगठन की सफलता के लिए परिवर्तनकारी नेतृत्व पर जोर दिया और अन्य सफल संगठनों की सर्वोत्तम विधि का पालन करने की वकालत की।
डॉ. चौ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद ने प्रतिभागियों से किसानों के कल्याण के लिए संगठनात्मक दक्षता में सुधार एवं कृषि क्षेत्र में मौजूदा चुनौतियों को हल करने के लिए संबन्धित पारिस्थितिकी तंत्र से सीखने तथा उसे क्रियान्वित करने का आग्रह किया।
डॉ. जी. वेंकटेश्वरलू, संयुक्त निदेशक, भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद ने संस्थान की विभिन्न क्षमता निर्माण पहलों एवं उनके प्रभावों को रेखांकित किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद)
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