"पोषक-संवेदनशील कृषि" पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

"पोषक-संवेदनशील कृषि" पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

8 जुलाई, 2022, भुवनेश्वर

भाकृअनुप-केंद्रीय कृषि महिला संस्थान, भुवनेश्वर, ओडिशा द्वारा आज "पोषक-संवेदनशील कृषि" पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य परिवार के भोजन और पोषण सुरक्षा में सुधार के लिए पोषण संबंधी हस्तक्षेपों के महत्व पर हितधारकों को संवेदनशील बनाना था।

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मुख्य अतिथि, श्रीमती. रेखा शर्मा, अध्यक्ष, राष्ट्रीय महिला आयोग, नई दिल्ली ने प्रतिभागियों को महिलाओं की भलाई के लिए भारत सरकार के महिला समावेशी और महिला विशेष नीतियों एवं कार्यक्रमों को बनाने और लागू करने के प्रति लगन से अवगत कराया जिससे उसकी आजीविका, स्वास्थ्य, पोषण और सामाजिक स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने संस्थान से कृषि महिलाओं के बीच उद्यमिता विकास के लिए पैकेजिंग, शेल्फ-लाइफ सुधार, स्थानीय रूप से तैयार खाद्य पदार्थों के विपणन और महिलाओं के लिए अनुकूल बैटरी संचालित उपकरणों के विकास के लिए पहल करने का भी आग्रह किया, जिससे उनकी का आय सृजन होगा एवं निर्णय लेने की क्षमता में भी सुधार होगा।

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विशिष्ट अतिथि, डॉ. मिनाती बेहरा, अध्यक्ष, राज्य महिला आयोग, भुवनेश्वर, ओडिशा ने ग्रामीण महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और आजीविका में समन्वित तरीके से सुधार के लिए विभिन्न हितधारकों द्वारा उपयुक्त योगदान पर जोर दिया। डॉ. बेहरा ने कहा यह सुनिश्चित करना कि कृषि उत्पादन उनके पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है, इसके जोखिम, भेद्यता और तैयारियों का मानचित्रण करने की आवश्यकता है।

विशिष्ट अतिथि, श्रीमती. डेजी ठाकुर, अध्यक्ष, राज्य महिला आयोग, हिमाचल प्रदेश ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे अपने स्वास्थ्य और पोषण का ध्यान रखें और जब भी जरूरत हो न्याय पाने के लिए महिला आयोग की सुविधाओं का लाभ उठाएं।

इससे पहले, डॉ. अनिल कुमार, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईडब्ल्यूए, भुवनेश्वर ने स्वागत संबोधन में एनसीडब्ल्यू द्वारा राष्ट्रीय महिला नीति में सात प्राथमिकता - खाद्य सुरक्षा और पोषण, शिक्षा, अर्थव्यवस्था, निर्णय लेने, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन आदि, सहित स्वास्थ्य के क्षेत्रों को कवर करने वाले क्षेत्रों पर प्रकाश डाला जो बड़े पैमाने पर कृषि महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और कल्याण को प्रभावित करते हैं। उन्होंने घर और खेत के प्रबंधन में कृषि महिलाओं की कठिन परिश्रम को कम करने के लिए अधिक महिला-अनुकूल प्रौद्योगिकियों के विकास और उत्कृष्टता पर जोर दिया।

कार्यक्रम में भाकृअनुप-सीआईडब्ल्यूए के स्टाफ सदस्यों सहित ओडिशा के विभिन्न जिलों के 13 गांवों की लगभग 300 कृषि महिला प्रतिभागियों ने शिरकत की।

(स्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय कृषि महिला संस्थान, भुवनेश्वर, ओडिशा)

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