2 – 6 अगस्त, 2022
भाकृअनुप- केन्द्रीय मांस अनुसंधान केंद्र, हैदराबाद ने भविष्य के उद्यमियों को बढ़ावा देने और स्टार्टअप उद्यमियों की क्षमता विकसित करने तथा उनके व्यवसाय को सफलता के उच्च स्तर पर ले जाने के लिए 2 - 6 अगस्त, 2022 तक "स्वस्थ मांस उत्पादन और मूल्य वर्धित मांस उत्पाद प्रसंस्करण" पर 5 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन, डॉ. एस.बी. बरबुद्धे, निदेशक, भाकृअनुप-केन्द्रीय मांस अनुसंधान केंद्र, हैदराबाद ने किया। उन्होंने समापन संबोधन में आश्वासन दिया कि संस्थान प्रशिक्षुओं के सामने आने वाले मुद्दों और चुनौतियों की मदद करने और उनका समाधान करने के लिए तैयार है।
इसमें, उद्योग और वाणिज्य आयुक्त और असोम कृषि व्यवसाय और ग्रामीण परिवर्तन परियोजना (एपीएआरटी), सरकार के समर्थन के माध्यम से असम के, अठारह प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यशाला में ओडिशा, तमिलनाडु और तेलंगाना के चार प्रशिक्षुओं ने भी भाग लिया।
भाकृअनुप-केन्द्रीय मांस अनुसंधान केंद्र के विशेषज्ञों ने बकरी और मुर्गी के वध और ड्रेसिंग की बात कि इसके अलावा चिकन; बकरी का मांस; सूअर के मांस के प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन के साथ-साथ उनकी मार्केटिंग के बारे में भी बात की।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइज, हैदराबाद और वाधवानी फाउंडेशन के विशेषज्ञों द्वारा खाद्य व्यवसाय स्थापित करने के लिए वित्तपोषण के अवसरों और स्टार्टअप के लिए त्वरक कार्यक्रमों की तकनीकी जानकारी पर व्याख्यान दिया।
केन्द्रीय मांस अनुसंधान केंद्र, हैदराबाद की 16वीं अनुसंधान सलाहकार समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने भी प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत की। प्रशिक्षुओं ने संतोष व्यक्त किया और इस तरह के प्रशिक्षण के माध्यम से मानव संसाधन विकास को मजबूत करने के लिए भाकृअनुप-एनआरसीएम के प्रयासों की सराहना की।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान केंद्र, हैदराबाद)
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