"भाकृअनुप में अनुसूचित जाति उप-योजना कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए रास्ते" पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित

"भाकृअनुप में अनुसूचित जाति उप-योजना कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए रास्ते" पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित

18-19 अगस्त, हैदराबाद

भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद ने 18-19 अगस्त 2022 के दौरान हाइब्रिड मोड में " भाकृअनुप में एससी उप-योजना कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए रास्ते" पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य भाकृअनुप संस्थानों में एससीएसपी के प्रभावी कार्यान्वयन में आने वाले मुद्दों और चुनौतियों पर विचार-विमर्श करना तथा एससीएसपी योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए आम सहमति आधारित परिचालन सुधारों और अच्छी प्रक्रियाओं की पहचान करना था।

SCSP-01

उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान, डॉ. चौ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म ने कहा कि भाकृअनुप संस्थानों के नोडल अधिकारियों के साथ चर्चा में जो दिशा निर्देश विकसित किए जा रहे हैं, वे भाकृअनुप में एससीएसपी योजना के सुचारू कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेंगे और इस तरह समाज के वंचित वर्गों की आजीविका सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।

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डॉ. जी. वेंकटेश्वरलू, संयुक्त निदेशक, भाकृअनुप-नार्म ने कृषि-बागवानी क्षेत्र में उद्यमशीलता मॉड्यूल की पहचान करने की आवश्यकता पर बल दिया, जो पोषण सुरक्षा में सुधार करता है और ग्रामीण भारत के समाज के विभिन्न वर्गों के बीच समानता सुनिश्चित करता है।

कार्यशाला के दौरान, तीन विषयगत क्षेत्रों पर विचार-मंथन सत्र अर्थात्, कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियाँ; अच्छे आचरण; और परिचालन सुधार, जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए। 19 अगस्त, 2022 को आयोजित पूर्ण सत्र में विचार-मंथन सत्रों से निकले बिंदुओं पर समन्वय किया गया। डॉ. चौ. श्रीनिवास राव ने भाकृअनुप में योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए दिशानिर्देश दस्तावेज लाने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।

एससीएसपी योजना को लागू करने वाले 21 भाकृअनुप संस्थानों का प्रतिनिधित्व करने वाले, कुल 62 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भाग लिया, जिनमें से 34 ने व्यक्तिगत रूप से भाग लिया।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद)

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