30 सितम्बर, संकिलो गांव, कटक
भाकृअनुप-एनएएसएफ परियोजना के तहत "महिला किसान उत्पादक संगठनों (डब्ल्यूएफपीओ) के माध्यम से उद्यमिता को बढ़ावा देने" पर एक प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला का आयोजन आज ओडिशा के कटक जिले के निश्चिंतकोईली ब्लॉक के संकिलो गांव में भाकृअनुप-केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान, भुवनेश्वर द्वारा किया गया।


प्रारंभ में, डॉ. लिपि दास प्रधान वैज्ञानिक (कृषि विस्तार) और परियोजना के पीआई ने बाजार लिंकेज, बेहतर मूल्य और लाभ प्राप्त करने के लिए महिला किसान उत्पादक संगठनों (डब्ल्यूएफपीओ) "अनन्या फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड" के माध्यम से उद्यमिता को बढ़ावा देने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कृषि महिलाओं से सब्जियों, फलों, चावल, मशरूम और दूध से विभिन्न मूल्यवर्धित उत्पाद तैयार करने और उन उत्पादों को डब्ल्यूएफपीओ के माध्यम से बाजार से जोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने डब्ल्यूएफपीओ की मदद से एक आत्मनिर्भर भारत बनाने में कृषक महिलाओं की भूमिका के बारे में भी चर्चा की।
डॉ. विश्वनाथ साहू, प्रधान वैज्ञानिक, पशु पोषण ने डेयरी उद्यमिता और आत्मनिर्भरता (आत्मनिर्भर) को बढ़ावा देने में महिला एफपीओ की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने अधिकतम वित्तीय लाभ प्राप्त करने के लिए डब्ल्यूएफपीओ के माध्यम से दूध से विभिन्न मूल्य वर्धित उत्पादों को तैयार करने की वैज्ञानिक विधि और उनके बाजार लिंकेज के बारे में प्रकाश डाला। उन्होंने डेयरी पशुओं के इष्टतम आहार के लिए हरे चारे की खेती पर भी जोर दिया।
डब्ल्यूएफपीओ 'अनन्या फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड' के सदस्यों ने विशेषज्ञों के साथ बातचीत की तथा चिन्हित की जाने वाली गतिविधियों और उद्यमशीलता मोड में ऐसी व्यवस्था को लागू करने के तरीकों के बारे में चर्चा की।
प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला में भाकृअनुप-सीआईडब्ल्यूए के वैज्ञानिकों, कृषि महिलाओं, किसानों, लाइन विभाग के कर्मियों और मीडिया कर्मियों सहित लगभग 70 प्रतिभागियों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान, भुवनेश्वर)
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