05 जनवरी, 2023, अल्मोड़ा
भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा एवं शेर-ए-कश्मीर कृषि तथा प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, जम्मू के बीच आज समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस करार के अन्तर्गत दोनों संसाथानों के बीच फसल प्रजातियों का प्रजनक बीज का उत्पादन कर कृषि विभाग, जम्मू को आपूर्ती किया जायेगा, जिससे संस्थान द्वारा विकसित फसल प्रजातियों के जम्मू क्षेत्र में इसके विस्तार में सहायता मिलेगी तथा इस क्षेत्र के कृषक इससे लाभान्वित होंगे।
इस समझौता ज्ञापन पर, शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, जम्मू की ओर से कुलपति, डॉ. जे.पी. शर्मा तथा भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा की ओर से निदेशक, डॉ. लक्ष्मीकान्त ने हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के फसल सुधार विभाग के प्रभागाध्यक्ष, डॉ. निर्मल हेडाऊ तथा बीज उत्पादन योजना के नोडल अधिकारी, डॉ. राजेष कुमार खुल्बे तथा शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, जम्मू के निदेषक (षोध), डॉ. आर.के. समनोत्रा तथा बीज योजना के नोडल अधिकारी, डॉ. अमरीष वैद्य उपस्थित थे।
विदित हो कि विगत 2-3 वर्षो में जनजातीय उपयोजना के अन्तर्गत संस्थान द्वारा वी.एल. प्रजातियों के गेहूं, मक्का, धान, सोयाबीन इत्यादि फसलों का शेर-ए-कष्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिक विष्वविद्यालय, जम्मू के माध्यम से किसानों के खेत में प्रदर्शन लगवाए गये थे, जिसके उत्साहवर्धक परिणाम प्राप्त हुए और प्रचलित प्रजातियों की तुलना में 25-37 प्रतिशत अधिक उपज प्राप्त हुई।
इन उत्साहजनक परिणमों के फलस्वरूप, शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, जम्मू ने इन प्रजातियों के बीज को अपने प्रक्षेत्र में उगाने हेतु रूचि दिखाई थी। जिसके फलस्वरूप यह समझौता ज्ञापन, विश्वविद्यालय को हस्तान्तरित कर वी.एल. प्रजातियों के बीज उत्पादन हेतु अधिकृत किया गया है।
(स्रोतः भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)
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