भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान, अविकानगर में अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स ईयर – 2023 का प्रसारण एवं एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत

भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान, अविकानगर में अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स ईयर – 2023 का प्रसारण एवं एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत

18 मार्च, 2023, अविकानगर

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के संस्थान केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के ऑडिटोरियम में आज अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स (श्री अन्न) -2023 के उपलक्ष्य  मे टोंक जिले के एफपीओ, बीज विक्रेताओं एवं कृषकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा हैl

मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष, डॉ अरुण कुमार तोमर, निदेशक केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान, अविकानगर ने भाग लेकर इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की l

अविकानगर-अंतर्राष्ट्रीय-मिलेट्स-ईयर –2023-01.jpg   अविकानगर-अंतर्राष्ट्रीय-मिलेट्स-ईयर –2023-02.jpg

डॉ. तोमर ने ऑडिटोरियम मे मौजूद 350 से ज्यादा किसानो, बीज निगम के कर्मचारियों व अविकानगर के कर्मचारियों से श्री अन्न की उपयोगिता पर विस्तृत संवाद कियाl निदेशक ने लोगो से निवेदन किया की वर्तमान समय में भोजन का स्वाद छोड़ कर भोजन की गुणवत्ता के लिए मोटे अनाज को अपने दैनिक खानपान मे शामिल करें, जिससे आधुनिक शैली की बीमारियों (हार्ट सम्बंधित, शुगर, मोटापा, कैंसर, ऑर्गन फेलियर आदि) को कम करने में मदद करेगा। उन्होंने इसके लिए आर्गेनिक खेती अपनाने का भी आग्रह किया l

इस कार्यक्रम के प्रायोजक राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड जयपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक, श्री मुकेश कुमार जाट व श्री वैभव मंडोवरा राज्य प्रबंधक, राष्ट्रीय कृषि बाजार जयपुर ने कार्यक्रम मे विशिष्ट अतिथि के रूप मे भाग लिया l

राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड के क्षेत्रीय प्रबंधक, श्री मुकेश कुमार जाट ने किसानो के लिए बीज निगम द्वारा दी जा रही फैसिलिटी के बारे मे विस्तार से संवाद कियाl उन्होंने कहा कि भविष्य में राष्ट्रीय बीज निगम द्वारा प्रमाणित बीज का अधिक से अधिक अपने खेतों में प्रयोग कर देश में श्री अन्न व अन्य फसलो की पैदावार को बढ़ाएंl कार्यक्रम मे राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड द्वारा सैंपल के लिए प्रश्न प्रतियोगिता आयोजित की गई,  जिसमें विजेता किसानों को एनएससी के प्रमाणित बीजों का वितरण किया गया l

डॉ सुरेश चन्द शर्मा, प्रधान वैज्ञानिक एग्रोनोमिस्ट, अविकानगर ने भारत मे पैदा होने वाले श्री अन्न और मोटे अनाज के  पैदावार, पोषणात्मक गुण और विस्तार से स्वास्थ्य लाभ के बारे मे प्रेजेंटेशन से सभी लोगो को ज्ञानवर्धन किया। उन्होंने कहा पूर्वज ने कैसे ज्यादा से ज्यादा श्री अन्न का उपयोग करके लाभान्वित हुए, लेकिन हरित क्रांति की शुरुआत के बाद धीरे धीरे श्री अन्न भोजन मे कम होते गये जो वर्तमान में अधिकतम स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बना l

उपरोक्त कार्यक्रम मे अविकानगर संस्थान मे आठ दिवसीय प्रशिक्षण ले रहे 9 राज्यों के किसानों ने भी भाग लिया l

कार्यक्रम मे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स – 2023 के उपलक्ष में देशवासियों को संबोधित किया, मोदी जी के स्पीच का प्रसारण भी लाइव टीवी के माध्यम से ऑडिटोरियम में उपस्थित सभी किसानों के सामने किया गया। प्रधानमंत्री ने बताया कि मिलेट्स को कम से कम संसाधन (केमिकल्स खाद, पानी व कीटनाशक आदि) में तथा अन्य अन्न से ज्यादा उत्पादित की जा सकती हैl मोटे अनाज/श्री अन्न वर्तमान देश की स्वास्थ्य समस्या, पोषण समस्या, क्लाइमेट समस्या आदि को कम कम कर देश को  खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में बहुत कारगर साबित होगा l

निदेशक ने राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड जयपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक से निवेदन किया कि वह मेरे संस्थान की जमीन पर गुणवत्तायुक्त बीजों की पैदावार करके मेरे क्षेत्र के किसानों को उपलब्ध कराएं। इसके लिए दोनों संस्थानों के मध्य समझौता ज्ञापन (एमओयू) करने के लिए सहमति भी बनी।

राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड जयपुर व श्री रामदेव सुनारीवाल प्रक्षेत्र प्रबंधक, श्री वीरेंद्र सिंह,  मुकेश कुमार व अन्य राष्ट्रीय बीज निगम के कर्मचारी ने कार्यक्रम को सफल बनाने मे पूरा सहयोग दिया l

अजमेर मेँ राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड के सहायक प्रबंधक, क्वालिटी नियंत्रण, श्री नरेन्द्र सेपट ने कार्यक्रम में पधारे अतिथि, किसानों, एफपीओ व बीज विक्रेताओं को धन्यवाद व आभार प्रकट किया l

कार्यक्रम के समन्वयक एवं संचालक, डॉ. लीलाराम गुर्जर, वरिष्ठ वैज्ञानिक व प्रभारी तकनीकी स्थानांतरण विभाग ने कार्यक्रम के उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम मे उपस्थित सभी किसानों, एफपीओ व बीज विक्रेताओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में अवगत कराया l

संस्थान में मीडिया प्रभारी, डॉ. अमर सिंह मीणा द्वारा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा की गईl

(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान, अविकानगर)

×