21 मार्च, 2023, झांसी
भाकृअनुप-केन्द्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान, झांसी में आज संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय वन दिवस एवं विश्व जल दिवस का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से यह विचार किया गया कि कृषिवानिकी, वन एवं जल दिवस की उपयोगिता को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से आमजन तक कैसे पहुंचाया जाय। इसलिए, कृषि वानिकी को बड़े स्तर पर विभिन्न क्रार्यक्रमों के माध्यम से प्रोत्साहित एवं प्रसारित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। इस अवसर पर, 5 कि.मी. लंबी कृषि वानिकी पदयात्रा (वाकाथन) का आयोजन संस्थान के अनुसंधान प्रक्षेत्र में किया गया। यहां कृषि वानिकी पदयात्रा के दौरान पंक्तिबद्ध विभिन्न नारा, जैसे - लकड़ी, चारा, फल और अन्न - कृषि वानिकी है जीवन; कृषिवानिकी - एक जीवन दायिनी; अब हम सबने ठाना है - कृषि वानिकी को बढाना है; जय कृषि वानिकी; परती भूमि की बहाली - कृषि वानिकी से हो हरियाली, भागीदीर साथियों द्वारा उच्चारित कर इसकी उपयोगिता को उद्घाटित किया गया।
इस बात पर सहमति बनी कि, मानव कल्याण के लिये प्रकृति एवं जलवायु का संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। इसको ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस एवं विश्व जल दिवस का आयोजन हर साल 21 एवं 22 मार्च को किया जाता है। केन्द्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान, झांसी इस प्रयास में जुटा है कि किसान भाई एवं अन्य हितधारकों को एक साथ कैसे लाया जाय। संस्थान का प्रयास है कि कृषि वानिकी द्वारा प्रकृति संतुलन बनाने हेतु प्रगतिशील किसानों को इस मिशन का राजदूत बनाया जाय। इसी को ध्यान में रखकर संस्थान ने किसानों, वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों के साथ आज कृषि वानिकी पदयात्रा (वॉकाथन) का शुभारम्भ किया।
इस प्रकार, कृषि वानिकी राजदूतों की घोषणा एवं उनके द्वारा पदयात्रा करना अपने आप में एक नई पहल है, जो आने वाले समय में देश में हरित क्रान्ति से सदाबहार क्रान्ति (एवरग्रीन रिवोल्यूशन) लाने में ऐतिहासिक योगदान देगी। इस तरह के कृषि वानिकी पदयात्रा को अन्य राज्यों, शहरों एवं गांवों में भी आयोजित करने की योजना है। यहां, कृषि वानिकी संस्थान का यह मानना है कि इस तरह के प्रयास कृषि में जागरूकता के अलावा कृषि को जलवायु अनुकूल बनाने एवं किसानों की आय दोगुना करने में सहायक होगी।
इस अवसर पर बुन्देलखण्ड क्षेत्र के गढ़कुण्डार (मध्य प्रदेष) एवं परासई-सिन्ध तथा ललितपुर (उत्तर प्रदेश) के जलसमिट परियोजनाओं के कार्यों को राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों के विवरण के साथ इस कृषिवानिकी पदयात्रा में शामिल किया गया।
कार्यक्रम में कृषि वानिकी राजदूतों के अलावा संस्थान के सभी वैज्ञानिकों, अधिकारियों, कर्मचारिओं तथा विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत लोगों ने बढ़-चढ़ कर भागीदारी की।
(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान, झांसी)
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