5 अप्रैल, 2023, बीकानेर
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थान केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर तहसील मालपुरा जिला टोंक राजस्थान के क्षेत्रीय केन्द्र, मरू क्षेत्रीय परिसर, बीकानेर के स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर स्वर्ण जयंती समारोह एवं किसान वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि, डॉ. श्री धीर सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान, करनाल हरियाणा ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता, डॉ. अरुण कुमार तोमर, निदेशक, केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर द्वारा की गईl
डॉ. सिंह ने बताया कि एनडीआरआई भी साहीवाल, गिर गाय एवं मुर्रा भैसों के उन्नत नस्ल को लाकर अपने क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहा हैl उन्होंने कार्यक्रम में पधारे सभी किसान भाई से डेयरी एवं पशुपालन के क्षेत्र में उन्नत तकनीकों को अपनाकर अपना कृषि एवं पशुपालन व्यवसाय के माध्यम से आजीविका को आगे बढ़ाने का आग्रह किया। डॉ. सिंह ने बताया कि भारत सरकार चाहती है कि वर्तमान में कृषि एवं पशुपालन के माध्यम से ही गांव के अधिकतम लोगों को रोजगार देकर एग्रोटेक उद्योगों के माध्यम से शहरी आबादी को शुद्ध भोजन उपलब्ध कराया जाए।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि, डॉ. ए. साहू निदेशक राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर, डॉ. जगदीश राणे निदेशक, केन्द्रीय शुष्क बागवानी अनुसंधान संस्थान, बीकानेर, श्री आई.बी. कुमार मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अविकानगर, श्रीमान राजकुमार, चीफ फाइनेंस एंड अकाउंट ऑफिसर अविकानगर ने भी भाग लियाl
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. अरुण कुमार तोमर, निदेशक केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर ने किसान-वैज्ञानिक संगोष्ठी में राजस्थान के विभिन्न जिले उदयपुर ओर बीकानेर से पधारे किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि संस्थान के क्षेत्रीय केन्द्र की सहायता तथा वैज्ञानिक तरीके को अपनाकर गांव के किसान समेकित भेड़-बकरी ओर खरगोश का पालन करके अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकते हैंl डॉ. तोमर ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि भारत सरकार की राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना द्वारा भेड़-बकरी एवं मुर्गी के पालन पर 50 % सब्सिडी दी जा रही है जिसका बीकानेर क्षेत्र के किसान, संस्थान से जुड़कर, भेड़-बकरियों ओर मुर्गी पालन व्यवसाय को अपनाकर अपने पशुपालन उद्यमिता को बढ़ा सकते हैं। निदेशक अविकानगर ने एआरसी बीकानेर क्षेत्र के लिए संस्थान की बहुप्रजनक भेड़ अविशान भेड़ की यूनिट को जल्दी से जल्दी मरू परिसर मे स्थापित करने की सूचना किसानों को दीl
डॉ. जगदीश राने निदेशक, केन्द्रीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बीकानेर ने भी राजस्थान के विभिन्न जिलों से पधारे किसानों के लिए संस्थान की विभिन्न कृषि उन्नत तकनीकी को विस्तार पूर्वक बतायाl उन्होंने कहा कि कैसे संस्थानों की तकनीकों को अपनाकर थार एरिया के किसान कम से कम संसाधनों में खेती एवं पशुपालन से अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकते हैंl
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, डॉ. ए. साहू निदेशक, उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर ने किसानों को विभिन्न प्रजातियों के पशुओं के लिए पोषण के महत्व और प्रबंधन के बारे में विस्तार से बतायाl
कार्यक्रम में पधारे अतिथियों द्वारा स्वर्ण जयंती समारोह के उपलक्ष मे फाउंडेशन स्टोन ओर क़ृषि एवं पशुपालन उन्नत तकनिकी की जानकारी के लिए प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गयाl
श्रीमती निर्मला सैनी, रीजनल स्टेशन प्रभारी, कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सभी अतिथियो ओर किसानो को धन्यवाद दिया औऱ मरू क्षेत्रीय परिसर द्वारा पिछले 50 वर्षों में मगरा, मारवाड़ी ओर चोकला भेड़ की नस्ल के उन्नत जर्मप्लाज्म प्रतिवर्ष थार मरुस्थल के किसानों को उपलब्ध कराने के बारे मे बतायाl उन्होंने बताया की यह स्टेशन 636 हेक्टर मे फैला हुआ है जिसमें वर्तमान में तीन भेड़ो की नस्ले मगरा (500) चोकला (400) मारवाड़ी (600) देश की सबसे उत्तम गलीचा कारपेट नस्ले हैं जो बीकानेर की ऊन मंडी में आने वाली कारपेट ऊन को प्रतिवर्ष पैदा करती हैं। संस्थान मरू क्षेत्रीय परिसर बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, बाड़मेर,जैसलमेर, चूरू, सीकर, झुंझुनू, जोधपुर उदयपुर आदि जिले के किसानों को 300 से ज्यादा उत्तम नस्ल के नर का वितरण हर वर्ष करता आ रहा है l
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मरू क्षेत्रीय परिसर के वैज्ञानिक, डॉ. आशीष चोपड़ा वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. अशोक यादव वैज्ञानिक, अविकानगर, डॉ. विजय कुमार, प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. रंगलाल वैज्ञानिक, रतनलाल बैरवा और मरू क्षेत्र परिसर के समस्त तकनीकी अधिकारी व समस्त कर्मचारियों द्वारा कार्यक्रम मे पूरा सहयोग दियाl
स्वर्ण जयंती समारोह में बीकानेर के विभिन्न भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों, राजुवास, आरएयू, क़ृषि विभाग बीकानेर एवं एनजीओ की 15 से 20 स्टॉल के माध्यम से कार्यक्रम मे पधारे किसानो के लिए क़ृषि ओर पशुपालन की उन्नत तकनिकी का प्रदर्शन किया। साथ ही अतिथियों द्वारा बेस्ट स्टॉल प्रदर्शनी, सरकारी व गैर-सरकारी श्रेणी में, पुरस्कार भी प्रदान किए गए। यहां तीन प्रगतिशील किसान, श्री वीरेन्द्र सिंह लुणु, बेलासार, मगरा फील्ड परियोजना के दो किसान श्री सत्यनारायण हिम्मतसर, एवं श्री किशन सिंह कोटड़ा को भी कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गयाl
संस्थान के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, श्री आइबी कुमार ने कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए धन्यवाद ज्ञापन कियाl
उपरोक्त कार्यक्रम में 350 से भी ज्यादा किसानों ने शिरकत की।
अविकानगर संस्थान के मीडिया प्रभारी डॉ अमर सिंह मीणा ने कार्यक्रम की जानकारी साझा कीl
(भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर)
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