10 मार्च, 2023, हैदराबाद
नाबार्ड ने आज यहां भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद में राज्य स्तरीय मिलेट कॉन्क्लेव का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य श्री अन्न के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष का जश्न मनाना है - श्री अन्न आधारित उत्पादों के प्रचार के लिए किसान उत्पादक संगठनों और बहु-हितधारक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना।
श्रीमती सुशीला चिनताला, सीजीएम, नाबार्ड ने अपने स्वागत संबोधन में भारत के ग्रामीण परिदृश्य में श्री अन्न पर लागू किए जा रहे नाबार्ड के विभिन्न हस्तक्षेपों पर प्रकाश डाला।
डॉ. चिरुकमल्ली श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-एनएएआरएम (नार्म) ने राज्य में श्री अन्न को बढ़ावा देने के लिए भाकृअनुप-एनएएआरएम के ए-आईडीईए, टीबीआई के सहयोग से कॉन्क्लेव आयोजित करने के लिए नाबार्ड की सराहना की। उन्होंने किसानों से एफपीओ के रूप में एक साथ आने का आग्रह किया ताकि उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सके।
डॉ. सी. तारा सत्यवती, निदेशक, आईआईएमआर ने बाजरा के पोषण लाभों और श्री अन्न मूल्य श्रृंखला के मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने श्री अन्न की उच्च उपज वाली किस्मों को विकसित करने में आईआईएमआर द्वारा किए गए कार्यों पर भी प्रकाश डाला।
डॉ. प्रवीण राव, पूर्व कुलपति, पीजेटीएसएयू ने कहा कि बाजरा को लोकप्रिय बनाने के लिए कई हितधारकों को एक साथ आने की आवश्यकता है। उन्होंने आग्रह किया कि इन जलवायु स्मार्ट फसलों को आय स्मार्ट बनाने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है।
डॉ. वेंकट रमना, निदेशक (अनुसंधान, पीजेटीएसएयू) ने साझा किया कि श्री अन्न उत्पादन युगों से विभिन्न बाधाओं का सामना कर रहा है और किसानों और प्रतिभागियों को श्री अन्न उगाने के लिए प्रोत्साहित किया।
श्री अन्न संवर्धन पर दो तकनीकी सत्र, किसानों और खेतिहर महिलाओं के लिए पुरस्कार समारोह और बाजरा आधारित उत्पादों के लगभग 25 प्रदर्शनी स्टॉल, बाजरा लंच कॉन्क्लेव के मुख्य आकर्षण थे।
इस कॉन्क्लेव में एफपीओ, कृषि महिलाओं, वैज्ञानिकों, स्टार्टअप्स, एसएचजी को कवर करने वाले लगभग 300 प्रतिभागियों ने शिरकत की।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद)
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