19 मार्च, 2023, कानपुर
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी) जोन-III, कानपुर में 15वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि, प्रोफेसर, विनय कुमार पाठक, कुलपति, सीएसजेएमयू, कानपुर ने जोर देकर कहा कि यह सदी कौशल की है और डिग्री के साथ-साथ कौशल बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कृषि किसी एक विषय तक सीमित नहीं है। ऐसे कई नवोन्मेषी किसान हैं जो कृषि से संबंधित क्षेत्रों में डिग्री न होने के बावजूद उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहे हैं। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर और भाकृअनुप-अटारी, कानपुर संयुक्त रूप से किसानों और छात्रों के हित में काम करेंगे।
डॉ. शांतनु कुमार दुबे, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी कानपुर ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और वर्षों से अटारी कानपुर की प्रगति, गतिविधियों और उनकी उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने संस्थान के शासनादेश एवं गतिविधियों तथा सीआरएम, निक्रा, आर्य, डीएएमयू, एग्री-ड्रोन, सीएफएलडी, प्राकृतिक खेती आदि जैसे विशेष कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर और भाकृअनुप-अटारी, कानपुर के बीच समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए और तीन प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथि, प्रोफेसर (डॉ.) अंकुश शर्मा, प्रभारी स्टार्टअप इन्क्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर, आईआईटी, कानपुर तथा प्रो. (डॉ.) सुधीर कुमार अवस्थी, प्रो-वाइस चांसलर, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर ने भी अपने विचार सबके सामने साझा किए।
इस कार्यक्रम में उन्नाव, प्रतापगढ़ और लखनऊ के प्रगतिशील किसानों और प्रमुख केवीके, सीएसजेएमयू, कानपुर के प्रोफेसरों और छात्रों ने प्रतिभागिता दर्ज कराई।
(स्रोत: भाकृअनुप-अटारी, कानपुर
Like on Facebook
Subscribe on Youtube
Follow on X X
Like on instagram