20 मार्च, 2023, मुंबई
डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव (डेयर) और महानिदेशक (भाकृअनुप) ने आज भाकृअनुप-केन्द्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, मुंबई का दौरा किया और उन्नत बायोमास लक्षण वर्णन प्रयोगशाला, नैनोकण लक्षण वर्णन प्रयोगशाला और कपास फाइबर प्रसंस्करण सुविधा का उद्घाटन किया। डॉ. पाठक ने संस्थान की मौजूदा ढांचागत सुविधाओं जैसे फाइबर और यार्न परीक्षण प्रयोगशालाओं, यांत्रिक प्रसंस्करण सुविधा और नैनोसैलूलोज पायलट प्लांट का भी दौरा किया।
डॉ. पाठक ने संस्थान के वैज्ञानिकों और तकनीकी कर्मचारियों के साथ एक बातचीत बैठक के दौरान परिष्कृत सुविधा निर्माण, प्रौद्योगिकी विकास और लाइसेंसिंग, राजस्व सृजन, और ऊष्मायन तथा स्टार्ट-अप फंडिंग गतिविधियों के मामले में संस्थान के प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि आत्मनिर्भरता के मामले में संस्थान भाकृअनुप प्रणाली में एक मॉडल संस्थान हो सकता है। उन्होंने वैज्ञानिकों से प्रति वैज्ञानिक एक उत्पाद की अवधारणा के अनुरूप केन्द्रित विकास के लिए तैयार की गई अनुसंधान योजना पर टिके रहने का आग्रह किया।
डॉ. सी.एन. रविशंकर, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईएफई ने विभिन्न उन्नत विश्लेषणात्मक सुविधाओं के उद्घाटन के अवसर पर भाकृअनुप-सिरकॉट के वैज्ञानिकों को बधाई दी।
इससे पहले डॉ. एस.के. शुक्ला, निदेशक, भाकृअनुप-सिरकॉट ने संस्थान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और अगले वर्ष शताब्दी समारोह के संबंध में संस्थान की विभिन्न सुविधाओं के उन्नयन की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, मुंबई)
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