14 अप्रैल, 2023, लखनऊ
डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप) ने आज भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (आईआईएसआर), लखनऊ का दौरा किया और पोस्ट-हार्वेस्ट इंजीनियरिंग प्रयोगशाला का उद्घाटन किया।
प्रारंभ में सभी गणमान्य व्यक्तियों ने भारतीय संविधान के जनक, भारत रत्न, डॉ. भीमराव अम्बेडकर को 132वीं जयंती के अवसर पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
डॉ. पाठक ने आईआईएसआर, लखनऊ में भाकृअनुप-आईआईएसआर, भाकृअनुप-सीआईएसएच, और भाकृअनुप-सीएसएसआरआई क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए, लखनऊ में, भाकृअनुप संस्थानों के निदेशकों से उनके बीच सहयोग और सुविधाओं को साझा करने के लिए विचार-मंथन बैठक आयोजित करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाकृअनुप को 'एक वैज्ञानिक-एक उत्पाद' के आदर्श वाक्य पर जोर देने के साथ बहुत ही केन्द्रित तरीके से काम करना है और जो अगले 25 साल तक भारत का सबसे विकसित देश बनाने के माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद करेगा।
महानिदेशक ने आईएआरआई मेगा-विश्वविद्यालय के एक भाग के रूप में एक एजुकेशन हब के गठन पर प्रकाश डाला, जिसमें लखनऊ के भाकृअनुप संस्थान भी भागीदार हैं।
डॉ. पाठक ने संस्थान के विभिन्न क्षेत्रों और प्रयोगशालाओं का दौरा किया। इस अवसर पर गन्ना कृषि के लिए मशीनरी का लाइव प्रदर्शन भी किया गया।
इस अवसर पर, तीन गुड़-आधारित उत्पाद, जैसे, केवीके, आईसीएआर-आईआईएसआर, लखनऊ के उद्यमियों द्वारा बनाए गए रागी मशरूम कुकीज़ और मशरूम चॉकलेट, और आईआईएसआर, लखनऊ की गुड़ इकाई द्वारा बनाए गए गेहूं-आधारित गुड़ बिस्कुट भी डॉ. पाठक द्वारा लॉन्च किए गए।
डॉ. जे.के. जेना, उप महानिदेशक (मत्स्य) ने लखनऊ में स्थित सभी भाकृअनुप संस्थानों के बीच अनुसंधान और अन्य सुविधाओं को साझा करने पर जोर दिया।
डॉ. आर. विश्वनाथन, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएसआर, लखनऊ ने देश में चीनी उत्पादन परिदृश्य का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि ब्राजील को पछाड़कर, भारत दुनिया में सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश के साथ-साथ दूसरे सबसे बड़े चीनी निर्यातक के रूप में उभरा है और भारत द्वारा चीनी के निर्यात से 40,000 करोड़ रु. की विदेशी मुद्रा अर्जित हुई है। उन्होंने संस्थान की प्रमुख तकनीकों और उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी।
डॉ. उत्तम सरकार, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएफजीआर, लखनऊ, डॉ. आर.के. यादव, निदेशक, भाकृअनुप-सीएसएसआरआई, करनाल, डॉ. टी. दामोदरन, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईएसएच, लखनऊ और डॉ. ए.डी. पाठक, पूर्व निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएसआर, लखनऊ भी बातचीत के दौरान उपस्थित थे।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ)
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