28 मार्च, 2023, लखनऊ
भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (आईआईएसआर), लखनऊ और इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (आईएसएमए), नई दिल्ली द्वारा संयुक्त रूप से "गन्ना कृषि में मशीनीकरण: चुनौतियाँ और समाधान" पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, प्रोफेसर विजय पॉल शर्मा, अध्यक्ष, सीएसीपी, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए दो विकल्पों पर प्रकाश डाला, जैसे - गन्ना उत्पादन में वृद्धि और उन्नत उत्पादन तकनीक को अपनाकर चीनी की उत्पादन गुणवत्ता को बढ़ाना और इसकी उत्पादन लागत को कम करना है। प्रो. शर्मा ने वैज्ञानिकों से खेत की तैयारी से लेकर किसानों को गन्ना कटाई तक सभी कृषि गतिविधियों के मशीनीकरण और सहकारी समितियों/ एफपीओ के माध्यम से उनके प्रचार-प्रसार का पूरा पैकेज उपलब्ध कराने का आग्रह किया और फार्म मशीनरी बैंक स्थापित कर गन्ना किसानों की आय बढ़ाने पर भी जोर दिया।
श्री सुबोध कुमार सिंह, अतिरिक्त सचिव (चीनी), उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि भारत में चीनी का उत्पादन पिछले 5-6 वर्षों से लगातार बढ़ रहा है और भारत पिछले कुछ वर्षों से चीनी का निर्यात भी कर रहा है। श्री सिंह ने गन्ना किसानों और चीनी उद्योग की आय बढ़ाने के लिए गन्ने की खेती को और अधिक समृद्ध बनाने के लिए इसके मशीनीकरण की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री संजय आर. भूसरेड्डी, अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस में हुई उल्लेखनीय प्रगति, गन्ने के उत्पादन और उत्पादकता, चीनी उत्पादन और चीनी की शुद्ध भार गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी पर चर्चा की। उन्होंने प्रचलित पर्ची प्रणाली की वर्तमान नीति को कलस्टर हार्वेस्टिंग में संशोधित करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। श्री भूसरेड्डी ने भारत में प्रचलित चीनी उत्पादन की चक्रीय प्रकृति पर भी चर्चा किया।
डॉ. आर. विश्वनाथन, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएसआर, लखनऊ ने गन्ने की खेती के मशीनीकरण के लिए रोपण, निराई, मिट्टी चढ़ाने, कीटनाशकों के छिड़काव, कटाई और पेड़ी प्रबंधन के लिए संस्थान द्वारा विकसित विभिन्न कृषि मशीनरी पर प्रकाश डाला।
श्री आदित्य झुनझुनवाला, अध्यक्ष, इस्मा और श्री आर.एल. तमक, अध्यक्ष, गन्ना और चीनी उप-समिति, इस्मा ने कृषि में खास कर गन्ने के मशीनीकरण की वर्तमान स्थिति और चुनौतियों को सबके सामने प्रस्तुत किया।
डॉ. ए.के. सिंह, प्रधान वैज्ञानिक एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन सचिव ने संस्थान द्वारा विकसित विभिन्न गन्ना मशीनों की विस्तृत जानकारी दी।
श्री एस. मोहंती, डीजी, इस्मा ने उद्घाटन सत्र में धन्यवाद प्रस्ताव दिया।
इस कार्यक्रम में इस्मा के विभिन्न पदाधिकारियों, चीनी मिलों के अधिकारियों, कृषि मशीनरी के प्रमुख निर्माताओं और गन्ना वैज्ञानिकों सहित देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने सेमिनार में शिरकत की।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ)
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