शिमला, 02-03 जून 2011
डॉ. एस. अय्यप्पन, सचिव, डेयर एवं महानिदेशक, भा.कृ.अनु.प. ने पूर्वोत्तर और हिमालयी राज्यों के लिए बागवानी मिशन की केंद्र द्वारा प्रायोजित योजना की बैठक की शिमला में अध्यक्षता की और केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, इसके क्षेत्रीय केंद्रों कुफरी और फागू एवं शिमला स्थित अन्य भा.कृ.अनु.प क्षेत्रीय केंद्रों का दौरा किया।
संचालन समिति की बैठक में विभिन्न गणमान्य व्यक्ति जैसे राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति, भा.कृ.अनु.प. संस्थानों के निदेशक और नोडल अधिकारी, अतिरिक्त आयुक्त (बागवानी), भारत सरकार, विभिन्न राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के अनुसंधान निदेशक और विभिन्न पर्वतीय राज्यों के बागवानी निदेशक शामिल थे। उन्होंने जोर दिया कि एमएम-1 प्रौद्योगिकी मिशन है। इसका उद्देश्य स्थान और फसल विशेष प्रौद्योगिकी का सृजन करना है और इसे प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के जरिए किसानों तक पहुंचाया जाएगा।
संस्थान की सभी बुनियादी सुविधाओं का निरीक्षण कर उन्होंने टिप्पणी दी कि इस संस्थान ने विश्व स्तरीय अनुसंधान सुविधाएं मुहैया की है और मैं हर प्रयोगशाला को 'ए' स्कोर दूंगा।
डॉ अय्यप्पन ने सीपीआरआई के किसान भवन का उद्घाटन किया। 18 मेहमानों की क्षमता वाले इस किसान हॉस्टल में आलू की खेती के लिए प्रशिक्षण लेने के लिए देश के विभिन्न भागों से आए किसान रह सकते हैं।
(स्रोतः एनएआईपी सब-प्रोजेक्ट मास-मीडिया मोबिलाइजेशन, डीकेएमए और सीपीआरआई)
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