13 मई, 2023, दीमापुर
भाकृअनुप-केन्द्रीय मीठा जल जीवपालन अनुसंधान संस्थान, कौसल्यागंगा ने घरेलू तथा निर्यात बाजार दोनों में उच्च आकर्षण एवं आर्थिक मूल्य वाली स्वदेशी सजावटी मछलियों की संस्कृति को लोकप्रिय बनाने तथा इसके रखरखाव के लिए आज ब्रूडर फिश फार्म, दीमापुर, नागालैंड सरकार में एक मछलीघर इकाई की स्थापना करने के साथ-साथ इसका उद्घाटन किया।
एक्वेरियम इकाई नागालैंड के 16 जिलों से 42 सुंदर स्वदेशी सजावटी मछली प्रजातियों को आश्रय देने के लिए बनाई गई है, जिसके माध्यम से छात्रों, शोधकर्ताओं, शौकिया लोगों, प्रजनकों तथा व्यापारियों सहित सभी हितधारकों को लाभ होगा। यह इकाई स्वदेशी सजावटी मछलियों को रखने तथा इसका संरक्षण, प्रचार एवं लोकप्रिय बनाने के केन्द्र के रूप में काम करेगी। इस कार्यक्रम में वैज्ञानिकों, विस्तार अधिकारियों, व्यापारियों तथा प्रगतिशील किसानों सहित 70 से अधिक प्रतिभागियों ने शिरकत की।
मछलीघर इकाई का उद्घाटन भाकृअनुप-सीफा के निदेशक, डॉ. प्रमोद कुमार साहू तथा नागालैंड के मत्स्य पालन निदेशक, श्री रोंगसेनुंगबा ने किया।
डॉ. साहू ने जोर देकर कहा कि इस एक्वेरियम के रखरखाव, प्रकृति के इस मूल्यवान जीवों के पालन-पोषण तथा इस प्रणाली में नई प्रजातियों को कैसे लाया जाए जिससे जैव विविधता का संरक्षण हो सके।
श्री रोंगसेनुंगबा ने कहा कि नागालैंड में एक्वेरियम की स्थापना इस क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से महसूस की जा रही एक आवश्यकता के रूप में मौजूद थी।
इसके अलावा, भाकृअनुप-सीफा के प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. सरोज कुमार स्वैन ने स्वदेशी सजावटी मछलियों के प्रजनन तथा पालन की विधियों का वर्णन किया। कार्यक्रम के दौरान, संयुक्त निदेशक, श्री केटुसीली अंगामी ने नागालैंड में स्थानिक सजावटी मछलियों की विविध रेंज के बारे में बताया और मत्स्य पालन के उप निदेशक, श्री विमेज़ो किरे ने एक्वेरियम इकाई की स्थापना की उत्पत्ति पर प्रकाश डाला।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय मीठा जल जीवपालन अनुसंधान संस्थान, कौसल्यागंगा)
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