13 मई, 2023 कायमकुलम
डॉ. ए.के. सिंह, उप महानिदेशक (बागवानी विज्ञान) ने आज भाकृअनुप-केन्द्रीय रोपण फसल अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय स्टेशन, कायमकुलम, केरल के कल्प वज्र वैलेडिक्शन-कम-फ्यूचुरियम कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
भाकृअनुप-सीपीसीआरआई, क्षेत्रीय स्टेशन, कायमकुलम के प्लेटिनम जयंती समारोह का उद्घाटन पिछले साल 24-04-2022 को श्री पी. प्रसाद, कृषि मंत्री, भारत सरकार द्वारा किया गया था। केरल के कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के बाद, समारोह के हिस्से के रूप में, इस कार्यक्रम के साथ समापन हुआ।
उप महानिदेशक ने अपने उद्घाटन संबोधन में संस्थान द्वारा पेश किए गए नवीन तकनीकी समाधानों की सराहना की तथा आय को बढ़ाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तथा सेंसर-आधारित तकनीकों के उपयोग के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ. सिंह ने भाकृअनुप संस्थानों, केएयू, एफपीओ और महिला समूहों के स्टॉल के साथ कृषि-प्रौद्योगिकी प्रदर्शनियों का भी उद्घाटन किया। उन्होंने जड़ (विल्ट) रोग पथ में महत्वपूर्ण नारियल किसान के लिए कल्प वज्र पुरस्कार की घोषणा की। डॉ. सिंह ने एक किसान को जड़ (विल्ट) रोग के लिए पहचाने जाने वाले नारियल की 'कल्प वज्र' किस्म का पौधा सौंपा।
इस अवसर पर पांच प्रकाशन, अर्थात, कल्प द्युथी, भाकृअनुप-सीपीसीआरआई ईयर प्लानर, संक्षेप में कल्पा वज्र इवेंट्स, एक तकनीकी बुलेटिन 'कोको-कोकोनट मैनेजमेंट हैंडबुक' (मलयालम), और एक प्रशिक्षण मैनुअल 'कोको नोट बुक' (मलयालम), जारी किया गया।
डॉ. के.बी. हेब्बर, निदेशक, भाकृअनुप-सीपीसीआरआई ने क्षेत्रीय केन्द्र की अनुसंधान उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
डॉ. जी. बायजू, निदेशक, भाकृअनुप-सीटीसीआरआई, तिरुवनंतपुरम; डॉ. के. सुरेश, भाकृअनुप-आईआईओपीआर, पेडवेगी, डॉ. मिनी, प्रमुख ओआरएआरएस, केएयू, कायमकुलम तथा डॉ. हनुमंते गौड़ा, मुख्य नारियल विकास अधिकारी, नारियल विकास बोर्ड, कोच्चि ने कार्यक्रम में भाग लिया।
इसके साथ ही एक किसान संगोष्ठी-सह-इंटरफ़ेस कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसका उद्घाटन कॉयर बोर्ड, कोच्चि के अध्यक्ष, श्री डी. कुप्पुरम ने किया।
इंटरफेस कार्यक्रम में 500 से अधिक किसानों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय रोपण फसल अनुसंधान संस्थान, कासरगोड)
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