09 नवम्बर, 2012, गोवा
आईसीएआर अनुसंधान गोवा परिसर द्वारा भा.कृ.अनु.प की क्षेत्रीय समिति VII की बाईसवीं बैठक का ओल्ड गोवा के इंटरनेशनल सेंटर गोवा में उद्घाटन किया गया। महामहिम श्री बी.वी. वान्चू, गोवा के राज्यपाल ने बैठक का उद्घाटन किया। उन्होंने वैज्ञानिकों से कृषि उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ावा देने का आग्रह किया। उन्होंने समुदायों के समक्ष कठिनाईयों को पहचानने और उसके समाधान की बात भी कही। महामहिम ने कृषि अनुसंधान और विस्तार सेवाओं को मजबूत बनाने, और किसानों को सशक्त बनाने के लिए रणनीतियां तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग, मृदा स्वास्थ्य, जोत विखंडन के कारण कृषि में पेश आ रही समस्याओं का उल्लेख किया और उनके समाधान की बात भी कही।
डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री, मध्य प्रदेश सरकार ने निरंतर उत्पादन के लिए मिट्टी के स्वास्थ्य को बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जैविक खेती और स्वदेशी पशुधन नस्लों के संरक्षण की बात कही। साथ ही उन्होंने जैविक खेती पर एक विश्वविद्यालय शुरू करने के विचार को भी साझा किया। उन्होंने कमजोर विस्तार लिंकेज के बारे में चिंता व्यक्त की।
डॉ. एस. अय्यप्पन, सचिव, डेयर और महानिदेशक, आईसीएआर ने भारत में क्षेत्र VII के तहत आने वाले सभी राज्यों में कृषि परिदृश्य का एक समग्र ब्यौरा दिया। उन्होंने कृषि संसाधनों के प्रसंस्करण, और उनकी खाद्य सुरक्षा के संरक्षण के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि कृषि में प्रतिष्ठा और लाभप्रदता को लाया जाए जिससे युवा पीढ़ी कृषि में आने के लिए आकर्षित हों।
डॉ. एम.एम. पांडे, डीडीजी (इंजीनियरिंग और एनआरएम), ने इस क्षेत्र में क्षेत्रीय समिति की भूमिका का अवलोकन प्रस्तुत किया।
निदेशक डॉ. एन.पी. सिंह, आईसीएआर अनुसंधान परिसर गोवा ने प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया।
उद्घाटन सत्र के दौरान एनएआईपी द्वारा स्थापित पुरस्कार प्रस्तुत किए गए। आईसीएआर संस्थानों और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों से प्रकाशन भी जारी किए गए।
भारत सरकार और राज्य सरकारों के सचिव, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक, कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति, आईसीएआर संस्थानों के निदेशक और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने इस बैठक में भाग लिया।
डॉ. के.आर. क्रांति, निदेशक, सीसीआईआर, नागपुर और सदस्य सचिव ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
(स्रोत: आईसीएआर रिसर्च परिसर गोवा
हिन्दी प्रस्तुति: एनएआईपी मास मीडिया परियोजना, कृषि ज्ञान प्रबंध निदेशालय)
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