10 मार्च, 2013, दार्जलिंग

डॉ एन.के. कृष्णा कुमार, उपमहानिदेशक (बागवानी), भा.कृ.अनु.प. ने 10 मार्च, 2013 को राष्ट्रीय आर्किड अनुसंधान केन्द्र के दार्जलिंग परिसर में सांस्कृतिक कक्ष, पैक हाऊसऔर रिहायशी क्वार्टर की आधारशिला रखी।
पहाड़ी क्षेत्र के लिए नये बने स्टेट ऑफ द आर्ट ग्लासहाऊस और एक नवोन्मेषी जल एकत्रण ढांचे का भी उपमहानिदेशक द्वारा शुभारम्भ किया गया। उन्होंने सुझाव दिया कि गहन अनुसंधान अध्यययनों के जरिए आर्किड के व्यावसायिक महत्व का दोहन किया जा सकता है। इस केन्द्र पर कार्यरत वैज्ञानिकों से उन्होंने बातचीत की और शीतोष्ण आर्किड के संरक्षण और सिम्बिडियम संकरों की गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री के उत्पादन में परिसर के प्रयत्नों की सराहना की।
उन्होंने व्यावसायिक आर्किडों के देसी संकरों के विकास पर जोर दिया ताकि विदेशी किस्मों पर निर्भरता कम की जा सके।
डॉ आर.पी. मेधी, निदेशक, राष्ट्रीय आर्किड अनुसंधान केन्द्र, पेकयांग और श्री चन्द्र पाल, कार्यकारी इंजीनियर, सीपीडब्ल्यूडी, गंगटोक गणमान्य अतिथि रहे।
(स्रोतः एनआरसीओ, पेकयांग, सिक्किम)
(हिन्दी प्रस्तुतिः एनएआईपी मास मीडिया परियोजना, कृषि ज्ञान प्रबंध निदेशालय, आईसीएआर)
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