10 मई, 2023, हैदराबाद
आंध्र प्रदेश के लिए खरीफ 2023 के दौरान कृषि आकस्मिकताओं की तैयारी बढ़ाने पर एक राज्य स्तरीय वर्चुअल इंटरफ़ेस बैठक आज संयुक्त रूप से भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क भूमि कृषि अनुसंधान संस्थान (क्रीडा), हैदराबाद तथा कृषि विभाग, आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित की गई।

श्री. गोपाल कृष्ण द्विवेदी, मुख्य आयुक्त, रायतु भरोसा केन्द्र एवं पीआर. सचिव, कृषि विभाग, श्री सी. हरि किरण, विशेष आयुक्त, कृषि विभाग, आंध्र प्रदेश सरकार, डॉ. वी.के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-क्रीडा, डॉ. एल. प्रशांति, निदेशक (आरईएस), एएनजीआरएयू, एपी में स्थित भाकृअनुप संस्थानों के प्रतिनिधि, विभिन्न जिलों के जिला कृषि अधिकारी, केवीके के परियोजना समन्वयक, एआईसीआरपीडीए, एआईसीआरपीएएम, अनंतपुर के वैज्ञानिक, वैज्ञानिक बैठक में भाकृअनुप-क्रीडा से भाग लिया।
डॉ. के.वी. राव, प्रधान वैज्ञानिक, भाकृअनुप-सीआरआईडीए ने एसएएससीओएफ और आईएमडी द्वारा मौसमी वर्षा पूर्वानुमान और आईएमडी द्वारा मासिक वर्षा पूर्वानुमान (जून और जुलाई) प्रस्तुत किया और अधिकारियों तथा वैज्ञानिकों के साथ प्रभावों के बारे में चर्चा की।
जिले के अधिकारियों ने अलग-अलग समय अवधि में अपर्याप्त वर्षा की स्थिति में अपने-अपने जिलों के लिए आकस्मिक योजना प्रस्तुत की और विभिन्न आदानों की आवश्यकता का अनुमान लगाया।
इस तरह, जून, जुलाई और पूरे सीजन के दौरान वर्षा की संभावित स्थिति को ध्यान में रखते हुए, बोए गए क्षेत्रों की निगरानी करने, असिंचित क्षेत्रों के लिए बरती जाने वाली सावधानियों और देरी या नहरें की अपर्याप्त प्रवाह के मामले में नहर कमांड क्षेत्रों में वैकल्पिक फसलों की योजना बनाने के सुझाव थे।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क भूमि कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)
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