भाकृअनुप-केंद्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान, कोचीन ने गाँव, शहरी और नगर पालिका क्षेत्रों में मछली खाने वालों के दरवाजे तक मछली पहुँचाने व बेचने के लिए ऊर्जा कुशल रेफ्रिजरेटेड फिश वेंडिंग कियोस्क (प्रशीतित मछली बिक्री कियोस्क) को विकसित किया है। यूनिट को खाद्य ग्रेड स्टेनलेस स्टील (एसएस 304) और पारदर्शी कड़े पॉलीकार्बोनेट शीट्स का उपयोग करके विकसित किया गया है जिसे 300 वाट की क्षमता वाली प्रशीतन इकाई के साथ एकीकृत किया गया है। कियोस्क की कुल लागत जीएसटी सहित 60,000 रुपए है।


100 किलो की क्षमता वाली कियोस्क में 20 किलो मछली ठंडे भंडारण के तहत और शेष 80 किलो विद्युत-रोधित बर्फ के बक्से में रखा जाता है। कियोस्क के प्रमुख घटकों में विद्युत-रोधित मत्स्य प्रशीतन भंडारण-सह-प्रदर्शन इकाई, हाथ से संचालित डि-स्केलिंग (विशल्कन) मशीन, वॉश बेसिन के साथ मछली ड्रेसिंग डेक तथा ठोस एवं तरल कचरे के संग्रह के लिए प्रावधान हैं। पारदर्शी पॉलीकार्बोनेट शीट उपभोक्ताओं को सीधे मछली देखने का मौका प्रदान करती है।

मछली तौलने के तराजू और कठिन परिश्रम के श्रम से बचने के लिए इसमें हाथ से संचालित डि-स्केलिंग मशीन भी लगी हुई है। इकाई का विद्युत स्रोत बिजली है जिसे एसी के माध्यम से जोड़ा गया होता है। कियोस्क को बाहरी बिजली स्रोतों के बिना स्वचालित तौर पर काम करने के लिए सौर ऊर्जा इनपुट प्रावधान से भी जोड़ा जा सकता है। आदर्श परिचालन स्थितियों के तहत इकाई 4 से 5 दिनों के लिए मछली की आयु बढ़ाने सहित मछली विक्रेताओं के लाभ को भी बढ़ा सकती है। प्रति यूनिट अनुमानित वार्षिक लागत 26,26,650 रुपए के साथ प्रति यूनिट वार्षिक रिटर्न 30,87,000 रुपए की गणना की गई है, जिससे 4,60,350 रुपए का शुद्ध लाभ होता है। लाभ लागत अनुपात 1:18 है। छोटे पैमाने के मछली विक्रेताओं के लिए दो साल से कम अवधि में भुगतान के साथ निवेश के लिए प्रौद्योगिकी की लागत सस्ती है। प्रशीतित मछली वेंडिंग कियोस्क के कम उत्सर्जन, पर्यावरण के अनुकूल और उचित अपशिष्ट निपटान उपायों के उत्पादन की विशेषता हरित भारत और स्वच्छ भारत अभियान के लिए राष्ट्रीय मिशन का पालन करती है।

प्रौद्योगिकी के प्रदर्शन से प्रभावित होकर महिला मछुआरन सहायता सोसाइटी, मत्स्य विभाग, केरल सरकार ने केरल सरकार की थीरामैथरी परियोजना के तहत विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूहों में महिला मछली विक्रेताओं के लाभ के लिए 20 प्रशीतित मछली वेंडिंग कियोस्क बनाने और स्थापित करने के लिए भाकृअनुप-सीआईएफटी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इसके अलावा केरल और आंध्र प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भाकृअनुप-सीआईएफटी द्वारा डिजाइन किए गए 11 फिश वेंडिंग कियोस्क सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं।
(स्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान, कोचीन)
Like on Facebook
Subscribe on Youtube
Follow on X X
Like on instagram