भाकृअनुप-सीएआरआई में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एवं ‘’कुक्कुट पालन प्रबंधन’’ विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

भाकृअनुप-सीएआरआई में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एवं ‘’कुक्कुट पालन प्रबंधन’’ विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

9 जून, 2023, इज्जतनगर

भाकृअनुप-केन्द्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई), इज्जतनगर में हाइब्रिड मोड (ऑफलाइन एवं ऑनलाइन) में कुक्कुट पालन प्रबंधन विषय पर एक लघु अवधि (05-09 जून) प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हुआ।

मुख्य अतिथि, डॉ. भूपेन्‍द्र नाथ त्रिपाठी, उप महानिदेशक (पशु विज्ञान), भाकृअनुप ने सीएआरआई द्वारा विकसित तीन प्रौद्योगिकियों, यथा – सीएआरआई पोर्टेबल पोल्‍ट्री इनक्यूबेटर, ऑइल बेस्‍ड स्पाइसी चिकन मीट पिकल, तथा चिकन बड़ी को अलग-अलग उद्यमियों/ व्‍यवसायियों को हस्‍तांरित किया।

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उप महानिदेशक ने अपने संबोधन में प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि कुक्कुट पालन के बारे में नवीनतम जानकारी तथा प्रशिक्षण प्राप्‍त कर आप लोग अपने जीविकोपार्जन के लिए व्यवसाय की शुरुआत करें। इससे एक ओर आपको धनोपार्जन तो होगा ही, इसके साथ ही साथ आपके परिवार को पौषणिक सुरक्षा भी मिलेगी।

संस्‍थान के निदेशक, डॉ. अशोक कुमार तिवारी ने संक्षिप्त स्‍वागत सम्‍बोधन में संस्‍थान की उपलब्धियों के बारे में बताया तथा देश के पांच राज्‍यों से आए प्रशिक्षणार्थियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने की बधाई दी और कहा कि कुक्‍कुट पालन या इससे जुड़े स्‍वरोजगार अपनाने में सीएआरआई हमेशा उनकी सहायता करेगा। डॉ. तिवारी ने प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि कुक्‍कुट पालन शुरू करने से पहले मार्केटिंग की व्यवस्था कर लें ताकि तैयार मुर्गे व अंडे को बाजार तक पहुँचाने के लिए अतिरिक्त खर्च न करना पड़े।

संस्थान के वैज्ञानिकों ने कुक्कुट पालन से संबंधित विभिन्न विषयों, जैसे - बैकयार्ड मुर्गी पालन, बटेर पालन, टर्की पालन, गिनी फाउल पालन, अंडा व मांस उत्पादन हेतु मुर्गी पालन, पोल्ट्री आवास व्यवस्था, चूजों की देख-भाल, मुर्गी दाना तैयार करना, संस्थान में विकसित विभिन्न प्रजातियाँ, पॉल्ट्री वेस्ट से बायोगैस तैयार करना, मुर्गियों के रोग व उनके उपचार तथा टीकाकरण, पोल्ट्री फार्म जैव सुरक्षा, इंटीग्रेटेड पौल्ट्री फ़ार्मिंग (मोरिंगा मॉडल), हैचरी प्रबंधन आदि के बारे में व्याख्यान दिये।

मुख्य अतिथि ने कुक्कुट पालन प्रबंधन विषय पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, झारखंड तथा राजस्थान से कुल 66 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया, जिनमें 40 युवकों व युवतियों ने संस्थान में आकर तथा 26 युवकों व युवतियों ने ऑनलाइन माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त किया।

(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर)

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