भाकृअनुप-केन्द्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) में कुक्कुट पालकों, किसानों तथा अन्य आगन्तुकों को संस्थान द्वारा विकसित कुक्कुट की विभिन्न प्रजातियों, जैसे - मुर्गी, टर्की, बटेर, गिनी फाउल की विभिन्न नस्लों-कैरी उत्तम, कैरी पर्ल (कादम्बरी), कैरी सुनहरी, कैरी उज्ज्वल, कैरी ह्वाइट(श्वेताम्बरी), कैरी धनराजा, कैरी विराट, कैरी विशाल, कैरी ब्लैक, कैरी देबेन्द्रा, कैरी चित्तला, कैरी निर्भीक, कैरी सोनाली को एक ही स्थान पर प्रदर्शित करने के लिए एक डिमांस्ट्रेशन शेड का निर्माण कराया गया है।
संस्थान में अनुसंधान कार्य करने के लिए एक साईक्रोमीट्रिक चैम्बर (वायुवाष्पमितीय कक्ष) का भी निर्माण किया गया है, जिसके अन्दर अनुकूल वातावरण तैयार कर सफलतापूर्वक अनुसंधान कार्य किया जा सकता है।
मुख्य अतिथि, डॉ. भूपेन्द्र नाथ त्रिपाठी, उप महानिदेशक (पशु विज्ञान), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने सीएआरआई (केन्द्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान) में दोनों नव-निर्मित डिमांस्ट्रेशन शेड एवं साइक्रोमेट्रिक चैम्बर का उद्घाटन किया।
डॉ. त्रिपाठी ने वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि डिमांस्ट्रेशन शेड में सीएआरआई द्वारा विकसित जनन-द्रव्यों को एक स्थान पर प्रदर्शित करने से किसान और नवयुवक आकर्षित होंगे और कुक्कुट पालन में उनकी अभिरुचि बढ़ेगी तथा साइक्रोमेट्रिक चैम्बर में अपेक्षित जलवायु स्थिति में अनुसंधान कार्य करने में वैज्ञानिकों को मदद मिलेगी। इससे वांछित परिणाम भी मिलेगा और देश में बैकयार्ड कुक्कुट पालन के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा मिलेगा।
संस्थान के निदेशक, डॉ. अशोक कुमार तिवारी ने संस्थान की उपलब्धियों पर संक्षेप में प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि डॉ. भूपेन्द्र नाथ त्रिपाठी तथा संस्थान के निदेशक डॉ. अशोक कुमार तिवारी ने डिमांस्ट्रेशन शेड एवं साइक्रोमेट्रिक चैम्बर के सामने फील्ड में नीम के पौधे लगाए।
डॉ. जगबीर सिंह, प्रधान वैज्ञानिक ने मुख्य अतिथि सहित सभी के प्रति आभार प्रकट किया।
(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर)
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