भाकृअनुप-सीएआरआई के वैज्ञानिकों द्वारा ’कुक्‍कुट पालन प्रौद्योगिकी जागरूकता एवं प्रशिक्षण शिविर तथा कुक्‍कुट पालन सामग्री वितरण

भाकृअनुप-सीएआरआई के वैज्ञानिकों द्वारा ’कुक्‍कुट पालन प्रौद्योगिकी जागरूकता एवं प्रशिक्षण शिविर तथा कुक्‍कुट पालन सामग्री वितरण

14 जून, 2023, इज्‍जतनगर

भाकृअनुप-केन्‍द्रीय पक्षी अनुसंधान संस्‍थान (सीएआरआई), इज्जतनगर तथा उत्‍तराखण्‍ड के गोविन्‍द बल्‍लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्‍वविद्यालय, पन्‍तनगर के कृषि विज्ञान केन्‍द्र, काशीपुर, चम्‍पावत तथा लोहाघाट के सहयोग से गैण्‍डाखाली नं. 3 गॉंव में ‘’कुक्‍कुट पालन प्रौद्योगिकी, जागरूकता एवं प्रशिक्षण शिविर तथा उन्‍नत देशी मुर्गियों तथा कुक्‍कुट पालन सामग्री वितरण कार्यक्रम का आज आयोजन किया गया।

कुक्_कुट-पालन-प्रौद्योगिकी-जागरूकता  कुक्_कुट-पालन-प्रौद्योगिकी-जागरूकता

परियोजना के प्रमुख अन्‍वेषक व प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. जगबीर सिंह ने परियोजना के अन्‍तर्गत मिलने वाली सहायता तथा कुक्‍कुट पालन के बारे में जानकारी प्रदान की। प्रधान वैज्ञानिक डॉ. संदीप सरन ने मुर्गी पालन से होने वाले लाभ और आय-व्‍यय के बारे में किसानों को बताया। डॉ. मतीन अंसारी ने उपस्थित कुक्‍कुट पालकों व किसानों को मुर्गी पालन से कुपोषण से बचाव तथा आय-अर्जन के बारे में बताते हुए जा गरूक किया।

सीएआरआई के वैज्ञानिकों द्वारा ‘अनुसूचित जाति के लिए विकास कार्य योजना‘ के अन्‍तर्गत अनुसूचित जाति के 60 लाभार्थियों को उन्‍नत देशी मुर्गी (कैरी निर्भीक) के 950 चूजे (4 सप्ताह के लगभग), दाना-पानी के बर्तन तथा मुर्गी दाना वितरित किए गए। लाभार्थियों में 45 महिलाओं के साथ-साथ 15 पुरुष शामिल थे।

(स्रोतः भाकृअनुप-केन्‍द्रीय पक्षी अनुसंधान संस्‍थान, इज्जतनगर)

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