7 जुलाई, 2023, हैदराबाद
भाकृअनुप-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद में आज नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास- 2) के तत्वाधान में ‘अनुवाद’ पर हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन और गणेश वंदना के साथ हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता, डॉ. आर.के. माथुर, निदेशक, भाकृअनुप-भारतीय तिलहन अनुसंधान संस्थान हैदराबाद ने की। डॉ. माथुर ने अपने व्याख्यान में राजभाषा के कार्यान्वयन और संस्थान में किए जा रहे कामकाज की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इस कार्यशाला के दौरान भाकृअनुप-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान के निदेशक, डॉ. एस.बी. बारबुद्धे ने अपने संबोधन में संस्थान के विविध गतिविधियों के बारे में एवं संस्थान में राजभाषा कार्यान्वयन के बारे में संक्षेप में जानकारी दी। निदेशक ने कहा कि हिन्दी भाषा भारत की राजभाषा है, अंग्रेजी भाषा की तरह हिंदी भाषा भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई संपर्क भाषा बनने की ओर तेज गति से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र के सरकारी कर्मचारी होने के नाते हिंदी में ज्यादा से ज्यादा कार्य करना हमारा दायित्व है।
श्रीमती अनिता पांडे, सहायक निदेशक (राजभाषा), राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान, हैदराबाद एवं सदस्य सचिव (नराकास- 2) ने कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की।
संस्थान की राजभाषा हिंदी की पुस्तिका “अर्पिष” के प्रथम अंक का विमोचन अतिथियों के कर कमलों द्वारा किया गया।
अनुवाद प्रशिक्षण कार्य पर व्याख्यान हेतु डॉ. जयशंकर प्रसाद तिवारी सहायक निदेशक (सेवानिवृत्त) ने अनुवाद की व्यावहारिक समस्याएं तथा बाधक तत्त्व तथा इसकी भावी दिशा पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। कंप्यूटर में हिंदी में आसानी से कैसे कार्य करें और वॉइस टाइपिंग कैसे की जाती है इनका भी व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इसके उपरांत श्री प्रदीप बेहरा, संयुक्त निदेशक, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया ने सूचना सुरक्षा लेखा परीक्षा सेवा (वीएपीटी) पर प्रस्तुति दी।
कार्यशाला में केन्द्र सरकार के विभिन्न संस्थानों के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने शिरकत की। कार्यशाला का संचालन श्री ई. रमेश द्वारा किया गया।
(स्रोतः भाकृअनुप-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)
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