11 जनवरी, 2024, कोलकाता
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता (अटारी, कोलकाता) ने आज “वास्तविक समय भुगतान के युग में वित्त का कुशल संचालन” पर एक संवादात्मक बैठक का आयोजन आज हाइब्रिड मोड में किया।
कार्यक्रम में विचार-विमर्श के दौरान, श्री जी.पी. शर्मा, संयुक्त सचिव (वित्त), भाकृअनुप ने बताया कि भाकृअनुप द्वारा तैयार किए गए ऑनलाइन वित्तीय प्रबंधन का सभी संस्थानों और कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने अपने संबोधन में वित्तीय प्रबंधन में क्या करें और क्या न करें इसके बारे में विस्तार से बताया। श्री शर्मा ने सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली के साथ-साथ ट्रेजरी सिंगल अकाउंट सिस्टम के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने इस सार्थक कार्यक्रम के आयोजन के लिए अटारी, कोलकाता के प्रति गहरी संतुष्टि व्यक्त की।
डॉ. प्रदीप डे., निदेशक (अटारी, कोलकाता) ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में बताया कि वास्तविक समय के भुगतान ने वित्तीय लेनदेन की गति एवं सुविधा को बदल दिया है। उन्होंने किसी प्रकार की विसंगति की तुरंत पहचान करने, वास्तविक समय में निगरानी करने तथा नकदी प्रवाह प्रबंधन की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. डे ने कहा कि डिजिटल भुगतान को अपनाने से प्रसंस्करण समय में काफी कमी आ सकती है, मैन्युअल त्रुटियां कम हो सकती हैं तथा भुगतान चक्र में तेजी आ सकती है साथ ही दक्षता में भी वृद्धि हो सकती है।
डॉ. पी.जे. मिश्रा, डीन, एक्सटेंशन एजुकेशन, उड़ीसा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर और डॉ. केशव चंद्र धारा, उप-निदेशक (फार्म), पश्चिम बंगाल पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय, कोलकाता इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
एक प्रश्नोत्तरी सत्र भी आयोजित किया गया जहां प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर दिया गया।
अटारी कोलकाता के वैज्ञानिकों, अधिकारी एवं कर्मचारी के अलावा पश्चिम बंगाल, ओडिशा तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के कृषि विज्ञान केन्द्रों के प्रमुख, आहरण एवं संवितरण अधिकारी, वित्त एवं प्रशासनिक कर्मचारी सहित कुल 74 लोगों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)
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