भाकृअनुप-केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान ने किया मॉडल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का समापन

भाकृअनुप-केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान ने किया मॉडल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का समापन

22 दिसंबर, 2018, श्रीनगर

भाकृअनुप-केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान, श्रीनगर द्वारा आयोजित ‘किसान की आय दोगुनी करने के लिए शीतोष्ण बागवानी में तकनीकी हस्तक्षेप’ पर 8 दिवसीय राष्ट्रीय स्तर का मॉडल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (एम. टी. सी.) आज यहाँ संपन्न हुआ। एक्सटेंशन शिक्षा निदेशालय, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम 15-22 दिसंबर, 2018 तक संस्थान के परिसर, श्रीनगर में आयोजित किया गया था।

डॉ. देश बीर सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान, श्रीनगर, ने अपने भाषण में, तीनों राज्यों के बीच सहयोग, समन्वय और अभिसरण का आग्रह किया ताकि किसानों की आय बढ़ाने या दोगुना करने के लिए तकनीकी ज्ञान का आदान-प्रदान किया जा सके।

ICAR-CITH Model Training Course concludes  ICAR-CITH Model Training Course concludes

कार्यक्रम के दौरान, भाकृअनुप-केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान, श्रीनगर और शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, शालीमार द्वारा समशीतोष्ण बागवानी फसलों में एच. डी. पी. (HDP) पर एक प्रदर्शन भी किया गया।

किसानों की उत्पादकता और आय को बढ़ाने में प्रौद्योगिकियों के उपयोग के लिए प्रशिक्षण ने विभिन्न राज्यों के अधिकारियों को एक मंच प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान सभी राज्यों के बागवानी अधिकारियों के बीच व्याप्त कौशल और समझ की अंतर पर भी चर्चा हुई।

इस कार्यक्रम में 3 समशीतोष्ण राज्यों, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू और कश्मीर से मुख्य बागवानी अधिकारियों, एच. डी. ओ., एन. आर. ओ. मिलाकर कुल 16 अधिकारियों ने अपनी भागीदारी दर्ज की।

(स्त्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान, श्रीनगर) 

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