24 जुलाई, 2019, तडोंग, सिक्किम
भाकृअनुप-राष्ट्रीय जैविक खेती अनुसंधान संस्थान, तडोंग, सिक्किम द्वारा सिक्किम ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्रामीण प्रबंधन और विकास विभाग, सिक्किम सरकार के कृषि सखियों के लिए ‘जैविक खेती’ पर 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज उद्घाटन किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषि सखियों को नवीनतम जैविक उत्पादन प्रौद्योगिकियों के साथ अद्यतन करना था।
श्री सी. एस. राव, आईएफएस, सचिव, ग्रामीण प्रबंधन और विकास विभाग, सिक्किम सरकार ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों और नवीनतम जैविक उत्पादन तकनीकों को सीखने से कृषि सखियों की क्षमताओं में सुधार होगा। उन्होंने किसानों और सिक्किम के ग्रामीण आबादी के हितों के लिए आरएमडीडी द्वारा उठाए गए विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी।
डॉ. पी. सेंथिल कुमार, आईएफएस, कमिश्नर, आरएमडीडी, सिक्किम सरकार ने सम्मानित अतिथि के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करते हुए अनुसंधान और विकास में भाकृअनुप-नोफरी के प्रयासों और विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रौद्योगिकियों के तेजी से हस्तांतरण की सराहना की। डॉ. कुमार ने कृषि सखियों से आग्रह किया कि बेहतर समझ के लिए वे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अनुभव को साझा करें।
डॉ. आर. के. अवस्थी, संयुक्त निदेशक, भाकृअनुप-नोफरी ने कृषि सखियों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने सिक्किम में महिला सशक्तिकरण में संस्थान की महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। डॉ. अवस्थी ने विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न फसलों के लिए बेहतर उत्पादन तकनीकों के प्रसार में संस्थान की भूमिका के बारे में बताया। सिक्किम के पूर्वी और उत्तरी जिलों के कुल 25 कृषि सखियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय जैविक खेती अनुसंधान संस्थान, तडोंग, सिक्किम)
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