24 अगस्त, 2019, हैदराबाद
भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद द्वारा ‘गुणवत्तापूर्ण कृषि शिक्षा के लिए शिक्षा-उद्योग-सरकार संपर्क’ पर आयोजित दो दिवसीय परामर्शदात्री कार्यशाला का आज समापन हुआ। कार्यशाला का आयोजन विश्व बैंक द्वारा प्रायोजित राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना घटक - 2 ए के एक भाग के रूप में 23 से 24 अगस्त, 2019 तक किया गया था।
श्रीमती वी. उषा रानी, आई.ए.एस. और महानिदेशक (मैनेज) हैदराबाद ने बतौर मुख्य अतिथि पूर्ण सत्र के दौरान हितधारकों की समय-समय पर होने वाली बैठक के लिए साझा मंच का मत रखा। उन्होंने विश्वविद्यालयों में नियमित अभ्यास और छात्रों के प्रदर्शन (एक्सपोज़र) के लिए औद्योगिक दौरे की व्यवस्था करने का भी आग्रह किया।
डॉ. वी. प्रवीण राव, कुलपति, प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय ने 'शिक्षा और उद्योग के बीच साझेदारी को मजबूत करने' पर संबोधित किया। उन्होंने पिछले पाँच वर्षों के दौरान उद्योग सहयोग की दिशा में विश्वविद्यालय की पहल पर प्रकाश डाला।
डॉ. चौ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म ने विशेष रूप से राज्य सरकार के विभाग और विश्वविद्यालयों के बीच संपर्क में सुधार के लिए आग्रह किया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य उद्योग और कृषि विश्वविद्यालयों के बीच संपर्कों को मजबूत करने में सहायता करना था। कृषि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और प्रासंगिकता को बढ़ाने में राज्य सरकार की भागीदारी को उत्प्रेरित करने के लिए उनके साथ संवाद की संरचना का निर्माण कार्यशाला के उद्देश्यों में से एक था।
कार्यशाला में तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुदुचेरी राज्यों के शिक्षाविदों (कृषि विश्वविद्यालयों), उद्योग और सरकार के लगभग 40 विशेषज्ञों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद)
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