भाकृअनुप-नार्म के ए-आइडिया द्वारा कृषि उड़ान 6.0 किया गया लॉन्च

भाकृअनुप-नार्म के ए-आइडिया द्वारा कृषि उड़ान 6.0 किया गया लॉन्च

7 जुलाई, 2023, येलहंका

भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी (नार्म), हैदराबाद के ए-आइडिया, टीबीआई के खाद्य एवं कृषि व्यवसाय त्वरक कार्यक्रम, कृषि उड़ान 6.0 का शुभारंभ आज यहां किया गया। कृषि उड़ान 6.0, ए-आइडिया के फूड एंड एग्रीबिजनेस एक्सेलेरेटर प्रोग्राम का छठा संस्करण है, जो निवेशकों के सामने बाध्यकारी सलाह, उद्योग नेटवर्किंग और पिचिंग के माध्यम से स्केल-अप स्टेज फूड तथा एग्रीबिजनेस स्टार्टअप को आगे बढ़ाने पर केन्द्रित है।

डॉ. चिरुकमल्ली श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म ने अपने अध्यक्षीय संबोधन के दौरान एक स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता और तेजी से विकास कर रहे कृषि स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप में नवाचार और नए विचार ही किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने का एकमात्र साधन हैं। उन्होंने कृषि उड़ान के पुराने संस्करणों की समग्र रूप से इसकी सफलता की एक यात्रा प्रस्तुत किए।

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श्री के.एस. महेश, महाप्रबंधक, नाबार्ड, बैंगलोर ने स्टार्टअप्स को सलाहकारों, निवेशकों और कृषि-उद्योगों से जोड़ने तथा जहां भी जरूरत हुई, उन्हें तकनीकी, व्यावसायिक एवं बाजार सहायता प्रदान करने में ए-आइडिया के प्रयासों की सराहना की।

श्री. शांताराम पई, महाप्रबंधक, कृषि व्यवसाय इकाई, एसबीआई ने इस बात पर जोर दिया कि उत्पादकता, दक्षता आदि जैसी कई समस्याएँ हैं जो अछूती और अलग-थलग पड़ी हैं इसलिए स्टार्टअप को एक साथ काम करने की आवश्यकता है।

भाकृअनुप-एनआईएएनपी के निदेशक, डॉ. राघवेन्द्र भट्ट ने कृषि उड़ान की सराहना की, जिसे एक समग्र ढांचे का निर्माण करके स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में कई हितधारकों को लाभ पहुंचाने के लिए साल दर साल सम्मानजनक पैमाने को आधार बना कर आगे बढ़ रहा है।

भाकृअनुप-एनएएआरएम के संयुक्त निदेशक, डॉ. जी. वेंकटेश्वरलू ने अपने स्वागत संबोधन में बेंगलुरु में कार्यक्रम के शुभारंभ के आयोजन की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जो कई स्टार्टअप का केन्द्र है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, ए-आईडीईए में इनक्यूबेट किए गए 247 स्टार्टअप में से सबसे ज्यादा स्टार्टअप तेलंगाना में हैं तथा उसके बाद कर्नाटक का नंबर आता है।

एंजेल निवेशक डॉ. रविशंकर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कृषि उड़ान सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) ढांचे का एक अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने पिछले समूह से जुड़े स्टार्टअप्स, सलाहकारों और निवेशकों से कृषि उड़ान के सकारात्मक विचारों का संकेत दिया।

इस कार्यक्रम में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र से स्टार्टअप, निवेशक, इनक्यूबेटर, सलाहकार, कृषि उद्योग, शिक्षाविद, अनुसंधान संस्थान और विभिन्न बैंकर जैसे लगभग 100 प्रतिभागियों ने उपस्थिति दर्ज कराई।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी)

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