20 अक्टूबर, 2023, बेंगलुरु
भाकृअनुप-नेशनल ब्यूरो ऑफ एग्रीकल्चरल कीट रिसोर्सेज (एनबीएआईआर), बेंगलुरु ने सोसाइटी फॉर बायोकंट्रोल एडवांसमेंट (एसबीए), बेंगलुरु के सहयोग से आज 'भारत में आक्रामक कीट कीटों के खतरे: चुनौतियां और आगे का रास्ता' विषय पर एक राष्ट्रीय संवाद का आयोजन विदेशी आक्रामक कीट-पतंगों के प्रवेश को रोकने और उनकी शमन के रणनीतियों को अपनाने पर चर्चा की गई।
डॉ. पी.के. सिंह, कृषि आयुक्त, भारत सरकार ने बैठक की अध्यक्षता की।
विचार-विमर्श में भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्ति थे, डॉ. एस.सी. दुबे, सहायक महानिदेशक (पीपी एंड बीएस), भाकृअनुप; श्री. कुणाल सत्यार्थी, संयुक्त सचिव (नीति एवं योजना), एनडीएमए, भारत सरकार; डॉ. जे.पी. सिंह, पादप संरक्षण सलाहकार, भारत सरकार, डीडीपीक्यू&एस, फ़रीदाबाद; डॉ. आर.के. मुरली भास्करन, प्रधान वैज्ञानिक, भाकृअनुप-एनआईबीएसएम, रायपुर; डॉ. डी.के. नागराजू, संयुक्त निदेशक, आरपीक्यूएस, बेंगलुरु, श्री पी.वी. भैरप्पा, उप-निदेशक, एनएसीआईएन, बेंगलुरु; डॉ. एस.एन. सुशील, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएआईआर, बेंगलुरु; डॉ. बी. बालाजी, आईएफएस, सचिव, एनबीए, चेन्नई; डॉ. सुभाष चंदर, निदेशक, भाकृअनुप-एनसीआईपीएम, बेंगलुरु; डॉ. आलोक के. श्रीवास्तव, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएआईएम, मऊ ने बैठक में वर्चुअल रूप से भागीदारी की।
डॉ. सुशील ने भारत में आक्रामक कीटों की स्थिति और उनके प्रबंधन पर एक प्रस्तुति दी। आक्रामक कीटों से संबंधित मुद्दों और उन्हें रोकने के लिए अपनाई जाने वाली रणनीतियों पर चर्चा भी की गई।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि कीट संसाधन ब्यूरो, बेंगलुरु)
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