5 अक्टूबर, 2023, पोर्ट ब्लेयर
आर्थिक समृद्धि तथा पारिस्थितिक स्थिरता के लिए मसालों, सुगंधित एवं औषधीय पौधों पर राष्ट्रीय सम्मेलन- 2023, सुपारी और मसाला विकास निदेशालय (डीएएसडी), केरल के सहयोग से अंडमान साइंस एसोसिएशन (एएसए), पोर्ट ब्लेयर, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह द्वारा 5 से 6 अक्टूबर, 2023 तक हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया, जिसका उद्घाटन आज भाकृअनुप-केन्द्रीय द्वीपीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पोर्ट ब्लेयर में किया गया।
मुख्य अतिथि, सुश्री नंदिनी पालीवाल, भारतीय प्रशासनिक सेवा, आयुक्त-सह-सचिव, अंडमान एवं निकोबार प्रशासन ने भाकृअनुप-सीआईएआरआई के प्रयासों की सराहना की और कहा कि अनुसंधान का परिणाम तब पूरा होता है, जब इसे नीति निर्माताओं द्वारा किसानों/ हितधारकों को लाभ पहुंचाने के लिए परिवर्तित किया जाता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कृषि-बागवानी गतिविधि से किसानों को संतुष्टि मिलनी चाहिए और उन्हें कृषि और पर्यटन के साथ संतुलन बनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। सुश्री पालीवाल ने आह्वान किया कि उद्यमों को आर्थिक रूप से व्यवहार्य होना चाहिए ताकि नीति में प्रौद्योगिकी को शामिल किया जा सके, नीति निर्माताओं के लिए रेडी रेकनर के रूप में रणनीति लाने के लिए अंडमान को केस स्टडी के रूप में रखने और कटाई के बाद तथा मसालों के मूल्य संवर्धन पर सर्वोत्तम विधियों के संकलन पर विचार-विमर्श किया जाए। उन्होंने भारत सरकार के डीएफआई का जिक्र करते हुए अपना संबोधन समाप्त किया, जिसमें मसालों के महत्व का उल्लेख किया गया है और लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आर्थिक स्थिरता के साथ किसानों की बेहतरी सुनिश्चित करने के लिए नए तरीकों की पहचान की जानी है। इस अवसर पर उन्होंने सार की स्मारिका के साथ-साथ संस्थान के प्रकाशनों का भी विमोचन किया।
सम्मानित अतिथि, डॉ. होमी चेरियन, निदेशक, सुपारी तथा मसाला विकास निदेशालय, कोझिकोड ने "अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मसालों की क्षमता" पर मुख्य संबोधन दिया और डॉ. एम. माधव नायडू, पूर्व प्रमुख, सीएसआईआर-सेन्ट्रल फूड प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, मैसूर ने "तकनीकी हस्तक्षेप: आर्थिक समृद्धि के लिए जड़ी-बूटियों और मसालों का मूल्यवर्धन" पर मुख्य संबोधन दिया।
निदेशक, सीआईएआरआइ एवं अध्यक्ष, एएसए डॉ. ई.बी. चाकुरकर ने बताया कि कम मात्रा और अधिक मूल्य वाली फसल होने के कारण मसालों का राष्ट्रीय महत्व है। इस सम्मेलन के विचार-विमर्श से प्राप्त अनुशंसाओं से अंडमान एवं निकोबार प्रशासन को अंडमान को एक अनूठा ब्रांड बनाकर, मसाला किसानों की स्थिति में सुधार करने में मदद मिलेगी और राष्ट्रीय आय में भी इजाफा होगा।
उद्घाटन समारोह में भाकृअनुप संस्थानों के निदेशक, अंडमान एवं निकोबार प्रशासन के अधिकारी तथा प्रतिनिधि शामिल हुए।
इस आयोजन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में पंजीकृत 22 राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों के लगभग 150 प्रतिभागियों द्वारा सक्रिय भागीदारी की जा रही है।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय द्वीपीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पोर्ट ब्लेयर)
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