21 दिसंबर, 2023, आणंद
भाकृअनुप-औषधीय एवं सुगंधित पौधे अनुसंधान निदेशालय, आनंद द्वारा औषधीय एवं सुगंधित पौधों की अच्छी कृषि तथा संग्रह प्रथाओं (जीएसीपी) पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
भाकृअनुप-डीएमएपीआर के निदेशक, डॉ. मनीष दास ने फसल कटाई के बाद एम एंड एपी के प्रबंधन पर जोर दिया, जो उपज के लिए प्रीमियम मूल्य दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं के लिए घरेलू हर्बल उद्यानों की स्थापना की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. दास ने कहा कि विविध फसल प्रणालियों में एमएपी की खेती मोनोक्रॉपिंग की तुलना में अधिक किफायती होगा।
प्रतिभागियों को कृषि इनपुट और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री प्रदान की गई। किसानों ने निदेशालय में प्रौद्योगिकी प्रदर्शन ब्लॉक तथा हाइड्रो-स्टीम आसवन इकाई का भी दौरा किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में 100 किसानों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-औषधीय एवं सुगंधित पौधे अनुसंधान निदेशालय, आणंद)
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