बिहार के नवादा जिले के मत्स्य पालक किसानों का क्षमता विकास: भाकृअनुप-सीआईएफआरआई की एक पहल

बिहार के नवादा जिले के मत्स्य पालक किसानों का क्षमता विकास: भाकृअनुप-सीआईएफआरआई की एक पहल

3- 9 नवम्बर, 2023, नवादा

भाकृअनुप-केन्द्रीय अंतर्देशीय मत्स्य अनुसंधान संस्थान (सीआईएफआरआई), बैरकपुर ने 03-09 नवंबर, 2023 के दौरान बिहार के नवादा जिले के मत्स्य पालक किसानों के लिए "अंतर्देशीय मत्स्य प्रबंधन" पर 7 दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया।

Capacity development of fish farmers of Nawada District, Bihar: An initiative by ICAR-CIFRI   Capacity development of fish farmers of Nawada District, Bihar: An initiative by ICAR-CIFRI

डॉ. बी.के. दास, भाकृअनुप-सीआईएफआरआई ने किसानों के साथ बातचीत की और उन्हें स्थायी आजीविका हासिल करने हेतु अपना ज्ञान विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने मछुआरों से उत्पादन और उत्पादकता को अधिकतम करने के लिए अपने उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करने का आग्रह किया।

Capacity development of fish farmers of Nawada District, Bihar: An initiative by ICAR-CIFRI   Capacity development of fish farmers of Nawada District, Bihar: An initiative by ICAR-CIFRI

प्रशिक्षुओं को जल गुणवत्ता प्रबंधन, तालाब संवर्धन द्वारा नर्सरी एवं पालन, आजीविका सुधार के लिए बाड़े की संवर्धन विधि तथा प्रेरित प्रजनन और हैचरी प्रबंधन पर बुनियादी ज्ञान के बारे में जागरूक किया गया। प्रतिभागियों को मछली चारा प्रबंधन और मछली रोग प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर सिखाया गया। प्रशिक्षण सत्रों के दौरान जलवायु परिवर्तन और अंतर्देशीय मत्स्य पालन पर इसके प्रभाव पर एक सामान्य अवलोकन शामिल किया गया। मत्स्य पालक किसानों को संस्थान के रीसर्क्युलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम (आरएएस), सजावटी हैचरी इकाइयों तथा मछली चारा मिल (फिस फीड मील) से भी परिचित कराया गया।

यह कार्यक्रम तालाबों और टैंकों सहित खुले पानी में मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए तथा क्षेत्र भ्रमण दौरों के माध्यम से किसानों के व्यावहारिक कौशल को मजबूत करने के लिए उन्मुख है।

हलिसहर मछली फार्म, पूर्वी कोलकाता वेटलैंड, सजावटी मछली बाजार तथा भाकृअनुप-सीफा, कल्याणी अनुसंधान केन्द्र का दौरा करने के लिए क्षेत्र यात्रा का आयोजन किया गया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 30 मत्स्य कृषकों एवं मत्स्य विकास अधिकारी ने शिरकत की।

(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय अंतर्देशीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर)

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