13 मार्च, 2024, गोवा
भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान (सीसीएआरआई), गोवा ने भाकृअनुप-सीसीएआरआई, गोवा की पोल्ट्री इकाई में नाबार्ड वित्त पोषित परियोजना 'गोवा में टिकाऊ पोल्ट्री उत्पादन और आजीविका सुरक्षा के लिए वैज्ञानिक हस्तक्षेप के माध्यम से बेहतर स्वदेशी बैकयार्ड पोल्ट्री को बढ़ावा देना' के तहत एक इनपुट वितरण कार्यक्रम का आज आयोजन किया।
डॉ. परवीन कुमार, निदेशक, भाकृअनुप-सीसीएआरआई, गोवा ने लाभार्थियों के साथ बातचीत की और उन्हें स्थायी मुर्गी पालन के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ. शिरीष नारनावरे, वरिष्ठ वैज्ञानिक (पशुचिकित्सा पैथोलॉजी) तथा अनुभाग प्रभारी (पशु एवं मत्स्य विज्ञान) ने परियोजना के नियमों और शर्तों एवं चूजों के स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में बात की।
डॉ. निबेदिता नायक, वैज्ञानिक (कुक्कुट विज्ञान) तथा पीआई, परियोजना ने किसानों को पक्षी जीवन के हर चरण में चूजों के पालन-पोषण और प्रबंधन के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान पांच किसानों को 25 चूजे, 50 किलोग्राम चूजे का चारा, एक फीडर और एक पानी सींचने वाले इनपुट वितरित किए गए।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)
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