12 जनवरी, 2024 लुधियाना
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), लुधियाना ने आज अपना स्थापना दिवस मनाया।
मुख्य अतिथि, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति, डॉ. सतबीर सिंह गोसल ने किसानों की आय बढ़ाने की रणनीतियों पर ध्यान केन्द्रित करके कृषि को अधिक आकर्षक व्यवसाय बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने संबंधित क्षेत्रों के लिए विशिष्ट जीआई उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ-साथ उद्यमिता विकास, मूल्य संवर्धन और कृषि उपज के प्रसंस्करण जैसे प्रमुख दृष्टिकोणों पर प्रकाश डाला।
डॉ. इंद्रजीत सिंह, कुलपति, गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, लुधियाना ने कृषि और संबद्ध क्षेत्र में राज्य/ केन्द्र सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के लिए प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने और केवीके के एकीकरण के साथ-साथ संबंधित विभागों के साथ प्रभावी अभिसरण तथा साझेदारी निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया।
डॉ. ए.के. सिंह, पूर्व उप-महानिदेशक (एनआरएम) और कुलपति, राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर ने संचालन के भविष्य के क्षेत्रों में केवीके की महत्वपूर्ण भूमिका और प्रशिक्षकों की अत्याधुनिक क्षमता निर्माण, कार्बन और हरित क्रेडिट, कृषि-ड्रोन का एकाधिक उपयोग, डिजिटल विस्तार आदि पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में विस्तार शिक्षा निदेशकों के साथ-साथ केवीके के कार्यक्रम समन्वयकों, पद्मश्री पुरस्कार विजेता और जोन-1 के नवोन्मेषी किसानों सहित 200 से अधिक प्रतिभागियों ने शिरकत की।
(स्रोत: कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन- I, लुधियाना)
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